पटना/पंडारक: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर कहा है कि बिजली के क्षेत्र में 2015 तक सुधार नहीं होने पर वह वोट मांगने नहीं जायेंगे. बुधवार को पंडारक प्रखंड मुख्यालय स्थित 33/11 केवी के नव निर्मित पावर सब -स्टेशन सहित 150 करोड़ रुपये की विद्युत वितरण संबंधी विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने हर टोले तक बिजली पहुंचाने का संकल्प लिया है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 तक एनटीपीसी की सभी यूनिटें चालू हो जायेंगी. बड़े पैमाने पर गांव-गांव में बिजली पहुंचाने हेतु प्रखंड व उसके नीचे भी विद्युत सब-स्टेशन स्थापित किये जा रहे हैं. प्रदेश में 72 हजार किलोमीटर जजर्र बिजली तार में से 29 हजार किलोमीटर तार बदला जा चुका है. अगले दो साल में सभी तार बदल दिये जायेंगे. पंडारक पावर सब- स्टेशन चालू होने से क्षेत्र को काफी लाभ होगा. बाढ़ की एनटीपीसी परियोजना के स्टेज दो के 660 मेगावाट की प्रथम यूनिट में संतुलन का काम बुधवार से शुरू हो गया है और उसके चालू हो जानेसे बिहार को आधी बिजली मिलेगी.
बिहार में दो हजार मेगावाट बिजली की खपत है और अगले दो सालों में चार हजार मेगावाट की जरूरत होगी. बाढ़ एनटीपीसी की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि वर्ष 1999 में इसका शिलान्यास हुआ उसके बाद कितनी बाधाएं आयीं, पर यह बंद नहीं हुआ.
बिजली के क्षेत्र में सरकार पूरी धन राशि खर्च कर रही है. मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना से प्रदेश में जले बिजली ट्रांसफॉर्मर को बदलने तथा जले ट्रांसफॉर्मर की रिपेयरिंग हेतु सात वर्कशॉप स्थापित किये गये हैं. उद्घाटन के पूर्व मुख्यमंत्रीने एनटीपीसी परियोजना का निरीक्षण किया. वहीं बाढ़ में मुख्यमंत्री ने बाढ़ सुपर थर्मल पावर परियोजना की कार्य प्रगति का जायजा लिया. ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव भी मौजूद थे. परियोजना के कार्यकारी निदेशक केएस गरब्याल ने हेलीपैड पर सीएम का स्वागत किया. इसके बाद निर्माण स्थल पर पहुंच कर सीएम ने परियोजना के संबंध में जानकारी ली.