पटना: बिहार के बारे में लोगों की सोच में बदलाव लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उद्योग मंडल एसोचैम ने आज कहा कि बिहार के विकास के लिए उसे विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिये. वाणिज्य एवं उदयोग मंडल ‘एसोचैम’ के एक सर्वेक्षण को आज यहां जारी करते हुए महासचिव […]
पटना: बिहार के बारे में लोगों की सोच में बदलाव लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उद्योग मंडल एसोचैम ने आज कहा कि बिहार के विकास के लिए उसे विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिये.
वाणिज्य एवं उदयोग मंडल ‘एसोचैम’ के एक सर्वेक्षण को आज यहां जारी करते हुए महासचिव डी एस रावत ने बिमारु राज्यों की श्रेणी में शामिल बिहार के बारे में लोगों की सोच में बदलाव लाने के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना की. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए उसे विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना जरुरी है. बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश ‘बिमार’ राज्यों में शामिल हैं. इन राज्यों में बिहार ने वर्ष 2004.05 से 2012.13 की अवधि के दौरान उदयोग एवं सेवा क्षेत्र में राष्ट्रीय औसत से भी उंची वृद्धि हासिल की है.
बिहार ने पिछडे राज्यों में सेवा क्षेत्र में भी सबसे उंची 10 प्रतिशत औसत सालाना वृद्धि हासिल की, जबकि इस दौरान सेवा क्षेत्र में वृद्धि का राष्ट्रीय औसत 9.6 प्रतिशत रहा. रावत ने कहा कि बिहार ने पिछले नौ साल के दौरान पिछडे कहे जाने वाले राज्यों में औदयोगिक क्षेत्र में साल दर साल 14 प्रतिशत वृद्धि हासिल की. इस अवधि में बिहार में न केवल सेवा क्षेत्र में बल्कि कृषि तथा संबंधित क्षेत्र, ग्रामीण सडकों के विकास में भी अच्छी प्रगति हुई है.रावत ने कहा कि सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के मामले में बिहार पिछडे राज्यों में न केवल शीर्ष पर रहा बल्कि इसने जीएसडीपी के मामले में 8 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड दिया.