पटना: राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि अपने ऊपर लगे सांप्रदायिक होने के दाग को कैसे छुड़ायेंगे. मुख्यमंत्री की सहमति से नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर गांधी मैदान भाजपा को दिया गया है. इसका साफ मतलब है कि नीतीश व भाजपा में सांठगांठ है. अगर नीतीश खुद के धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करते हैं, तो उन्हें बताना होगा कि गुजरात दंगा के समय वह चुप क्यों बैठे थे.
सोमवार को वह अपने आवास पर अकलियती बेदारी कारवां के दूसरे जत्थे को हरी झंडी दिखाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. कारवां वैशाली, सारण, सीवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बगहा व बेतिया में मुसलिम बहुल क्षेत्रों में जाकर जदयू के असली चेहरे व भाजपा के नापाक इरादे से जनता को अवगत करायेगा. इसका नेतृत्व विधान पार्षद गुलाम गौस करेंगे.
इसमें सौकत करीमी, नौशाद अली, मोहम्मद मुस्तफा समेत कई शामिल रहेंगे. श्री प्रसाद ने कहा कि भाजपा राज्य व देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकना चाहती है. उसके मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे. मौके पर प्रदेश प्रधान महासचिव रामकृपाल यादव, मीडिया प्रभारी रणधीर यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अब्दुल गफूर भी मौजूद थे.