पटना: परिवहन विभाग ने सभी जिला परिवहन कार्यालयों में लिपिक के 42 खाली पदों पर बहाली करने का निर्णय लिया है. बहाली संविदा पर होगी. यह प्रस्ताव कई वर्षो से लंबित था. बहाली के लिए छह सितंबर तक आवेदन मांगा गया है. लिपिकों की कमी के कारण कई जिला परिवहन कार्यालयों में ‘नाजायज लिपिकों’ से काम लिया जा रहा है.
पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, बेगूसराय, मुंगेर व सहरसा डीटीओ कार्यालयों में प्राय: हर टेबल पर ‘नाजायज लिपिक’ कार्यरत हैं. ऐसे लिपिक डेली वेजेज पर काम करते हैं. उन्हें दैनिक मजदूरी का भुगतान मूल लिपिक करते हैं.
मंत्री को भेजी थी रिपोर्ट
नाजायज लिपिकों का सच पूर्व परिवहन सचिव एनके सिन्हा ने भी स्वीकार किया था. इस मामले में उन्होंने परिवहन मंत्री को गोपनीय रिपोर्ट भी भेजी थी. मूल लिपिकों के बगल में टूल पर बैठ कर ऐसे ‘नाजायज लिपिक ’ काम कर रहे हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान पटना, गया और मुजफ्फरपुर डीटीओ कार्यालयों में अब-तक आधा दर्जन फर्जी लिपिक पकड़े गये हैं.