छपरा : एक अदालत ने बिहार के सारण जिले के एक सरकारी स्कूल की फरार प्रधानाध्यापिका के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. इसी स्कूल में छह दिन पहले मध्याह्न भोजन खाकर 23 बच्चों की मौत हुई थी. इस बीच राज्य सरकार ने छपरा में धर्मसती गंदमान प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना की निगरानी के लिए जिम्मेदार खंड शिक्षा विस्तार अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह की सेवाएं समाप्त कर दीं.
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेंद्र मोहन झा ने प्रधानाध्यापिका मीना देवी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. बीते मंगलवार को मध्याह्न भोजन मामले के संबंध में सारण पुलिस ने अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी करने की गुहार लगाई थी. प्रधानाध्यापिका के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या), 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी पहले ही दर्ज की जा चुकी है. निलंबित की जा चुकी मीना देवी इस मामले के बाद से अपने पति के साथ फरार हैं.सारण के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार ने कहा, ‘‘फरार चल रही स्कूल की प्रधानाध्यापिका मीना देवी और उनके पति अजरुन राय के बारे में सुराग के आधार पर विभिन्न स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं लेकिन हम अब तक उन्हें पकड़ नहीं पाये हैं.’’आयुक्त (सारण) और पुलिस उपमहानिरीक्षक (सारण रेंज) बिनोद कुमार की जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी गई है और इस रिपोर्ट में भी इस घटना के लिए प्रधानाध्यापिका को जिम्मेदार ठहराया गया है.
मध्याह्न भोजन में जहरीला पदार्थ होने की पुष्टि करते हुए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ने कहा कि विशेषज्ञों ने कंटेनर में रखे तेल, बचे भोजन और अन्य खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच की और विषाक्त भोजन में मोनोक्रोटोफोस जैसा जहरीला पदार्थ (आर्गनोफोस्फेट इंसेक्टीसाइड) पाया गया है. सारण के जिला मजिस्ट्रेट अभिजीत सिन्हा ने सत्येंद्र कुमार सिंह की सेवाएं खत्म करने की घोषणा करते हुए कहा कि स्कूल प्रधानाध्यापिका की सेवाएं खत्म करने की प्रक्रिया भी जारी है.सिन्हा ने कहा कि सरकार के निर्देशों के अनुसार, इस स्कूल को पास के एक मिडिल स्कूल से संबद्ध किया जा रहा है. राजधानी पटना में नाराज एनएसयूआई सदस्यों ने शिक्षा मंत्री पी के शाही के इस्तीफे की मांग करते हुए उनके आवास के सामने प्रदर्शन किया. पटना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के अधीक्षक अमरकांत झा अमर ने पीटीआई से कहा कि 24 बच्चों और भोजन पकाने वाली मंजू देवी की स्थिति में सुधार के संकेत मिल रहे हैं.