पटना : बिहार के सारण जिले में सरकारी प्राथमिक स्कूल में मध्याह्न भोजन विषाक्तता के कारण 23 छात्र-छात्राओं की मौत के मद्देनजर राज्य सरकार मध्याह्न भोजन के गुणवत्ता का कडाई से पालन किए जाने के लिए एक नोटिस जारी करेगी.मध्याह्न भोजन के निदेशक आर लक्षमणन ने बताया कि इस योजना के तहत उपलब्ध कराए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच के पूर्व के निर्देश का कडाई से पालन किए जाने के लिए हम एक नोटिस जारी करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाल में सारण और मधुबनी जिला की घटना के बाद अधिक सावधानी बरतते हुए यह योजना जारी है.
लक्षमणन ने यह स्वीकार किया कि सारण की घटना के बाद कई स्कूलों में बच्चों ने मध्याह्न भोजन खाने से इंकार किया है. सारण के मशरख प्रखंड के धरमसाती गंडामन गांव के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने के बाद पटना लौट रहे लक्षमणन ने बताया कि बच्चों को तैयार मध्याह्न भोजन परोसे जाने से पूर्व उसे स्कूल की रसोईया और शिक्षक द्वारा चखे जाने का पहले से निर्देश दिया गया था. लेकिन जांच में यह बात सामने आयी है कि विद्यालय में घटना के दिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि बच्चों को तैयार मध्याह्न भोजन परोसे जाने से पूर्व उसे चखने वालों में स्कूल के रसोईया और शिक्षक के अलावा एक अभिभावक को भी शामिल किए जाने पर विचार कर रहे हैं.
लक्षमणन ने बताया कि इसके अलावा मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता को लेकर टिप्पणी अंकित करने के लिए सभी स्कूलों में एक रजिस्टर की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने बताया कि मध्याह्न भोजन योजना को ठीक ढंग से लागू करने के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना को और भी बेहतर बनाए जाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास जारी है.