पटना: बाबरी मसजिद विध्वंस की बरसी को विश्व हिंदू परिषद और शिवसेना ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया. इंडियन यूनियन मुसलिम लीग ने काला दिवस के रूप में मनाया. वहीं कई संगठनों ने ऑल बिहार अरबी फारसी तलबा यूनियन के बैनर तले शांति मार्च भी निकाला.
विहिप व बजरंग दल की ओर से गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक से महावीर मंदिर तक शोभायात्र निकाली गयी. नेतृत्व विहिप के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ एसएन आर्या ने किया. शोभायात्र को विहिप के सह मंत्री और पटना महानगर बजरंग दल प्रभारी रवींद्र राणा, मंत्री सुग्रीव गुप्ता, मंत्री कार्याध्यक्ष देवेंद्र सिंह आदि ने संबोधित किया. इधर, शिवसेना की पटना इकाई ने दिनकर चौराहा से कारगिल चौक तक संकल्प मार्च निकाला. दिनकर चौराहे पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर स्वयंसेवकों ने भगवा झंडा लहराया और ‘राम लला हम आयेंगे, मंदिर भव्य बनायेंगे’ के नारे लगा कर मार्च की शुरुआत की. कारगिल चौक पहुंच कर मार्च सभा में बदल गया. राज्य प्रमुख कौशलेंद्र शर्मा ने कहा कि शिव सैनिकों को बाला साहब के भव्य श्री राम मंदिर बनाने के संकल्प को पूरा करना होगा. मीडिया प्रभारी अरुण गुप्ता, श्याम श्यामल, अविनाश मिश्र ने हिंदुओं को जाग्रत होने का आह्नन किया.
उधर, बाबरी मसजिद विध्वंस की बरसी को इंडियन यूनियन मुसलिम लीग ने काला दिवस के रूप में मनाया. जुलूस अंजुमन इसलामिया हॉल से निकल कर कारगिल चौक पहुंचा और वहां धरने में तब्दील हो गया. वक्ताओं ने कहा कि बाबरी मसजिद ढाहनेवाले खुलेआम घूम रहे हैं. न्यायालय को चाहिए कि दोषियों को स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दी जाये. धरना के बाद प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन भेजा. धरने में नईम अख्तर, अकील अहमद, रामध्यान प्रसाद, जफर ईमाम, शहजदा हुसैन, हनीफ अख्तर, गालिबुल इसलाम, अयाज उद्दीन आदि शामिल थे. भारतीय मोमिन फ्रंट ने 22वां शहादत दिवस कारगिल चौक के पास मनाया. कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय महासचिव राम प्रसाद चंद्रवंशी और संचालन हरिचरण प्रसाद यादव ने किया. वक्ताओं ने कहा कि मसजिद का निर्माण फिर से वहीं पर हो और मसजिद को शहीद करनेवालों को सजा दी जाये.
माले ने निकाला सांप्रदायिकता विरोधी मार्च
माले ने सांप्रदायिकता विरोधी मार्च निकाला. मार्च गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर से डाकबंगला चौराहे तक गया, जहां प्रतिरोध सभा हुई. सभा को संबोधित करते हुए पोलित ब्यूरो सदस्य रामजी राय ने कहा कि देश की धर्मनिरपेक्ष बुनियाद को हिलाने की कोशिशें फिर तेज हो गयी हैं. दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं. पूरा भगवा ब्रिगेड इस कोशिश में हैं कि कैसे इस धर्मनिरपेक्ष राज्य को धर्मसापेक्ष में तब्दील कर दिया जाये. प्रोफेसर आनंद तेलमुड़े ने कहा कि देश का नाश व बेचनेवालों के खिलाफ तमाम लोगों की एकता वक्त की मांग है.
बाबरी मसजिद की शहादत को महज याद करने का कोई मायने नहीं है. हमें इन ताकतों से पूरी मुस्तैदी से लड़ने के लिए आगे आना होगा. सभा को सरोज चौबे, भाकपा नेता विजय नारायण मिश्र और सीपीआइएम के अरुण कुमार मिश्र ने भी संबोधित किया. मार्च में माले के राज्य सचिव कुणाल, धीरेंद्र झा,प्रो भारती एस कुमार, उमेश सिंह आदि शामिल थे.
राजद ने मनाया यौमे शहादत दिवस
राजद कार्यालय में आयोजित यौमे शहादत दिवस को संबोधित करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि देश की धर्मनिरपेक्षता की प्रतीक बाबरी मसजिद को शहीद करनेवाले आज देश पर राज कर रहे हैं. देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए राष्ट्रीय जनता दल कृतसंकल्पित है. प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि लालू प्रसाद ने हमेशा दलितों, पिछड़ों व अतिपिछड़ों को गोलबंद कर सांप्रदायिक शक्तियों को परास्त किया है. मौके पर महासचिव भाई अरुण कुमार, सनोज यादव, त्रिभुवन यादव, गोरख पासवान आदि उपस्थित थे.