पटना: जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी इन दिनों अपनी ही पार्टी के लोगों से डर रहे हैं और अब अपनी मार्केटिंग में पूरी तरह से जुट गये हैं. उन्होंने कहा कि मोदी ने अपनी ब्रांडिंग के लिए 16 कर्मचारियों की टीम लगा रखी है. वह षड्यंत्र करने में भी माहिर हैं. उन्होंने शाहनवाज हुसैन को बिहार की राजनीति से अलग कर दिया, ताकि उनकी कुरसी बची रहे. गिरिराज सिंह, भोला सिंह, चंद्रमोहन राय, सीपी ठाकुर, प्रेम कुमार, अश्विनी चौबे सरीखे नेताओं को इसलिए अक्सर परेशान करते हैं, क्योंकि सबसे अधिक इन्हीं से खतरा है.
श्री सिंह ने कहा कि मोदी यह जानते हुए कि दवा घोटाले में नीतीश कुमार की कोई भूमिका नहीं है और जिनकी भूमिका थी उन पर सरकार ने कार्रवाई की है, आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दवा घोटाले में जो भी जांच हुई है, वह निष्पक्ष हुई है. इसमें किसी को भी बचाने का प्रयास नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी हर बात में सीबीआइ जांच की मांग करते हैं. लेकिन, जब वह सरकार में वित्त मंत्री थे, तब एसी-डीसी बिल के मामले में अब के सहयोगी रामविलास पासवान ने ही सीबीआइ जांच की मांग की थी. उस समय उनकी नैतिकता कहां गयी थी. मोदी अपराध और भ्रष्टाचार की बात करते हैं. उनकी पार्टी भाजपा में अपराधियों की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि नाम गिनाने बैठें, तो सुबह से शाम हो जाये. नीतीश कुमार के व्यक्तित्व में इतनी तेजता है कि उनके सामने सब बौने नजर आते हैं.
असली बात यह है कि मोदी बिहार की जनता को मुख्य मुद्दे से भटका रहे हैं, ठग रहे हैं. इसका जवाब विधानसभा चुनाव में जनता देगी और उन्हें हार का स्वाद चखायेगी.