पटना: गांधी मैदान भगदड़ के दो दिन बाद अचानक से पीएमसीएच प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. रविवार की सुबह से छह ऐसे मरीज इमरजेंसी पहुंचे, जो खुद को गांधी मैदान में घायल बता रहे थे. हादसे के दो दिन बाद अस्पताल पहुंचे उन मरीजों का साफ तौर पर कहना है कि हमें भी मुआवजा मिले.
गर्दनीबाग से इमरजेंसी पहुंचे तरुण का इलाज शनिवार को राजवंशी नगर अस्पताल में हुआ था, लेकिन उसे वहां किसी ने कहा कि तुम पीएमसीएच चले जाओ, वहां इलाज ठीक से होगा, लेकिन सच्चई क्या है, यह कहना मुश्किल है. जिला प्रशासन की ओर से एक भी सदस्य इमरजेंसी में नहीं था. इस कारण ऐसे मरीजों को भी अस्पताल प्रशासन को ही देखना था.
महिला ने किया हंगामा
स्त्री विभाग में भरती महिला ने इमरजेंसी पहुंच कर हंगामा किया और कहा कि सरकार पैसा नहीं देगी, तो आप दें. अस्पताल में भरती मरीजों को पैसा मिला है, मुङो भी मिलना चाहिए. उसे देर तक अस्पताल प्रशासन ने समझाया और उसे वहां से हटाया गया. पीएमसीएच प्रशासन का कहना है कि ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही है और उनको लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं है. हम परेशान हो रहे हैं. ऐसे मरीजों को इलाज से मतलब नहीं है, उनकी बस यही कहना है कि उन्हें गांधी मैदान भगदड़ के नाम से भरती किया जाये.