टिकारी (गया): हत्याकांड के आरोपितों की धमकी के कारण गया के टिकारी थाने के पुरा गांव के करीब 300 महादलित गुरुवार की सुबह सामान व मवेशियों के साथ गांव से पलायन कर गये.
पुरा गांव से महादलितों के निकलने के बाद प्रशासन को इसकी जानकारी मिली. सूचना पाकर डीएम संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी निशांत कुमार तिवारी, एएसपी बीके चौधरी, टिकारी के एसडीओ किशोर कुमार व डीएसपी लालजी पति तिवारी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे. हिच्छापुर मोड़ के पास महादलितों को ये अधिकारी मनाने में जुट गये और गांव लौट जाने का आग्रह किया, लेकिन वे लोग तैयार नहीं हुए.
क्या है मामला
गांव छोड़ कर जा रहे लोगों ने बताया कि पिछले 18 सितंबर की रात अजरुन मांझी की हत्या गांव के ही कुछ लोगों ने ‘उनके’ इशारे पर कर दी. इस हत्याकांड में सात नामजद हैं. एक नामजद आरोपित छोटू कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बाकी आरोपित फरार हैं, जिन्हें गिरफ्तार करने में पुलिस दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. उन्हें धमकाया जा रहा है. गांव में रहना मुश्किल हो गया, लेकिन प्रशासन सुरक्षा नहीं दे रहा है. इस कारण वे लोग गांव से पलायन कर गये हैं. ये महादलित परिवार प्रशासन से गांव से अलग जमीन देकर अपने पुनर्वास की मांग कर रहे थे. पुरा से महादलित परिवारों ने अपने सामान, गाय, बकरी व मुरगे के साथ पलायन किया. टिकारी कॉलेज मोड़ पर ट्रैक्टर आदि वाहन के साथ अन्य लोग इंतजार कर रहे थे. महादलितों की योजना वाहन पर सवार होकर गया शहर के गांधी मैदान में डेरा डालने की थी.
प्रशासन ने दिया सुरक्षा का भरोसा
अधिकारी के काफी समझाने-बुझाने के बाद भी महादलित परिवार पंचानपुर के पास रामेश्वर बगीचा जा पहुंचे. डीएम ने फरार आरोपितों की गिरफ्तारी और उनके घर की कुर्की-जब्ती और महादलित परिवारों को सुरक्षा देने का भरोसा दिया. इसके बाद महादलित गांव नहीं, बल्कि टिकारी स्थित महादलित उत्प्रेरण केंद्र जाने को राजी हुए. उन्हें उत्प्रेरण केंद्र लाया गया. उनके भोजन का इंतजाम प्रशासन की तरफ से किया गया.