पटना:दवा घोटाले के मुख्य जांचकर्ता डॉ केके सिंह पर गुरुवार की देर रात हमला हुआ. हालांकि इस पर कोई भी कुछ बोलने से बच रहे है. जानकारी के मुताबिक डॉ केके सिंह गुरुवार की रात समस्तीपुर से पटना आने के लिए निकले उसी वक्त दूसरे साइड से एक गाड़ी ने ओवरटेक कर उनकी गाड़ी के सामने सटा दी. गाड़ी खड़ी करने के बाद अंदर बैठे लोग जैसे ही गाड़ी से बाहर निकले तब तक डॉ सिंह के ड्राइवर ने गाड़ी को किसी तरह से वहां से आगे बढ़ा लिया और भाग चले. इसकी जानकारी विभाग में कुछ कर्मचारियों ने दी.
विभागीय सूत्रों की मानें तो डॉ सिंह ने इसको लेकर अभी कोई लिखित शिकायत या आवेदन नहीं सौंपा है, लेकिन घटना की सत्यता से भी इनकार नहीं कर रहे. डॉ सिंह ने दवा घोटाले की जांच कर रिपोर्ट विभाग को सौंपी थी, जिसके बाद से मामला हाइ प्रोफाइल हो गया है. इसके बाद मामले में शामिल कई लोगों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया और तीन कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया गया. सूत्र बताते हैं कि यह जानलेवा हमला उनके जांच रिपोर्ट में जुड़े होने की वजह से भी हो सकता है.
डॉ सिंह से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम इस मामले में अभी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन हम समस्तीपुर गये थे और हमारी जांच पद्धति बिल्कुल साफ है इसलिए भगवान मेरी मदद करते रहेंगे. विभाग के उप सचिव अनिल कुमार ने बताया कि डॉ सिंह ने इस बाबत अब तक कोई जानकारी विभाग को नहीं दी है, इसलिए हम इस मामले में कुछ भी कहने में असमर्थ हैं.
तीन दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेंगे आनंद किशोर
पटना:डॉ केके सिंह की रिपोर्ट के बाद प्रधान सचिव ने स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनवायी, जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक शनिवार को देर शाम तक जांच टीम ने निगम दफ्तर में कागजातों को खंगाला. पांच सदस्यीय टीम अपने अंतिम चरण की जांच में जुटी है और अगले तीन से चार दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन विभाग को सौंप देगी. स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर ने बताया कि पांच सदस्यीय जांच कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट तीन से चार दिनों के भीतर मुङो सौंप देगी और उसके बाद हम यह रिपोर्ट विभाग को सौंप देंगे. उन्होंने कहा कि टीम के सभी सदस्य हर दिन जांच कर रहे हैं. इसी संदर्भ में शनिवार को भी निगम में जांच के लिए गये थे.