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बचा लीजिए, मर जायेंगे : मणिपुर में बंधक बिहारी छात्रों ने लगायी गुहार

मणिपुर में बंधक बने बिहारी छात्रों ने लगायी गुहार पटना : ‘हमें बचा लीजिए सर, निकालिए हमें यहां से, हम मर जायेंगे. हमें यहां छोटी-छोटी बातों के लिए भी लात-घूंसों से मारा-पीटा जाता है. कॉलेज, स्थानीय प्रशासन और लोग सब हमें छोटी-सी बात पर भी मारपीट कर कर चले जा रहे हैं.’ रूंधे हुए गले […]

मणिपुर में बंधक बने बिहारी छात्रों ने लगायी गुहार
पटना : ‘हमें बचा लीजिए सर, निकालिए हमें यहां से, हम मर जायेंगे. हमें यहां छोटी-छोटी बातों के लिए भी लात-घूंसों से मारा-पीटा जाता है. कॉलेज, स्थानीय प्रशासन और लोग सब हमें छोटी-सी बात पर भी मारपीट कर कर चले जा रहे हैं.’ रूंधे हुए गले से ये वाक्य निकल रहे हैं मणिपुर के एनआइटी में पढ़ाई कर रहे बिहार के छात्रों के.
बिहार समेत अन्य राज्यों से आये हुए छात्रों के साथ स्थानीय लोग और छात्र आये दिन मारपीट कर रहे हैं. इन सभी छात्रों ने जैसे-तैसे बिहार और अन्य राज्यों के अधिकारियों और नेताओं के संपर्ककर बचाव की गुहार लगायी है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया है. वे बुरी तरह से भयभीत हैं और कॉलेज हॉस्टल से बाहर निकला बंद कर दिया है. पहले वर्ष के छात्रों का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है. सीनियर छात्र अपने जूनियरों को मारपीट से बचाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसमें उन्हें भी मार खाना पड़ रहा है. शुक्रवार की शाम पहले वर्ष के दो बाहरी राज्यों के छात्रों की स्थानीय लोगों ने जम कर पिटाई की, जिसे उन्हें गंभीर चोटें लगने की सूचना मिली है. छात्रों ने बताया कि उन्हें सिर, आंख और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आयी हैं.
ऐसे शुरु आत
दरअसल गुरुवार रात को मेस में खाना खाते हुए पहले वर्ष के एक बाहरी छात्र ने सब्जी खत्म होने पर थोड़ी और सब्जी की मांग की. इस पर एक स्थानीय छात्र ने उसे सब्जी लेने से रोक दिया. जब बाहरी छात्र ने कहा कि वह मेस वाले से सब्जी की मांग कर रहा है, न कि उससे, तब सभी स्थानीय छात्रों ने मेस में बाहरी छात्रों की थालियों से पिटाई की. शुक्र वार शाम को फिर से जब दो जूनियर छात्र हॉस्टल से बाहर समान लाने के लिए गये, तो 12 स्थानीय लोगों ने दोबारा उनकी जम कर पिटाई की.
मुख्यमंत्री ने की केंद्रीय गृह मंत्री से बात
पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनआइटी, मणिपुर में पढ़ रहे बिहारी छात्रों की पिटाई को लेकर शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बातचीत की. मुख्यमंत्री ने उनसे बिहारी छात्रों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया. उन्होंने श्री सिंह से कहा कि वह मणिपुर के मुख्यमंत्री से बिहारी छात्रों की सुरक्षा के लिए बातचीत की पहल करें. उन्होंने कहा कि जो बिहारी छात्र वापस बिहार आना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षा मुहैया करायी जाये.
गृह सचिव व डीजीपी से हुई है बात
बिहार के पीड़ित छात्रों की राज्य के गृह सचिव और डीजीपी से दो दिनों के बीच बातचीत तो हुई है ,लेकिन इन्हें आश्वाशन ही मिल पाया है. कुछ छात्रों ने नेताओं और विधायकों से भी बात कर एनआइटी, मणिपुर में पिछले दो दिनों में हुई सभी घटनाओं की जानकारी दी है. इन छात्रों की एक ही गुहार है कि उन्हें जल्द-से-जल्द यहां बाहर निकाल कर किसी सुरक्षित जगह पर ले जाया जाये, नहीं तो और भी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सकता है.
जब्त कर लिया है मोबाइल
अधिकतर छात्रों के मोबाइल स्थानीय लोगों और छात्रों ने छीन लिये हैं. लगभग 200 छात्रों में से कुछ गिने-चुने के पास ही मोबाइल उपलब्ध हैं. इसके कारण अपने परिजनों व अन्य लोगों से संपर्क करने में उन्हें परेशानी हो रही है. कॉलेज में इंटरनेट सुविधा को दो दिनों से बंद कर दिया गया, ताकि छात्र बाहरी दुनिया से संपर्कनहीं कर सके और घटनाओं की तसवीर और वीडियो नहीं भेज सके.
हर बात पर बुरा बरताव
छात्रों ने बताया कि उनसे लगातार मारपीट होती रहती हैं. कॉलेज के शिक्षक बाहरी छात्रों के अंक काट लेने या फेल करने की धमकी देते हैं. कॉलेज में पढ़ रहे स्थानीय छात्र किसी भी बात पर बाहरी छात्रों की पिटाई कर देते हैं. गुरुवार की वारदात के बाद पुलिस ने स्थानीय छात्रों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, बल्कि हॉस्टल में घुस कर बाहरी छात्रों की पिटाई की.
वार्डेन और सुपरवाइजर भी पक्षपाती
न्यू कैंपस के बॉयज हॉस्टल वार्डन बेंजामिन और सुपरवाइजर जितेंद्र के बारे में छात्रों ने बताया कि ये दोनों भी पक्षपाती हैं. छात्रों ने फोन पर रोते-रोते बताया कि सुपरवाइजर जितेंद्र बाहरी छात्रों को हमेशा गालियां देकर संबोधित करते हैं और जान से मारने की धमकी भी देते हंै. कॉलेज प्रशासन की तरफ से कार्रवाई नहीं की जाती है.
मणिपुर के सीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं सुरक्षा
मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने शनिवार को कैंपस का दौरा किया और छात्रों को आश्वासन दिया कि उन्हें पूरी सुरक्षा दी जायेगी और आगे से ऐसी घटना नहीं होगी. लेकिन, मौके पर पहुंचने के बाद भी उन्होंने घायल छात्रों को देखने नहीं गये और कैंपस में सुरक्षा नहीं बढ़ायी गयी है. शुक्र वार रात की पुलिसिया कार्रवाई में हॉस्टल में सोते हुए बाहरी छात्रों को बुरी तरह से पीटा गया. पटना के पाटलिपुत्र इलाके का एक छात्र मार्शल बुरी तरह से घायल है. कई छात्रों के सिर फट गये है. बाहरी छात्र अपना सामान पैक कर बैठे हुए हैं. उन्हें प्रशासन की मदद का इंतजार है

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