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शकुनी के आरोपों का जवाब दें नीतीश : नंद किशोर

पटना: विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने नीतीश कुमार को चुनौती तक दी है कि यदि उनमें थोड़ी भी नैतिक हिम्मत है, तो वे शकुनी चौधरी द्वारा लगाये गये आरोपों का जवाब दें. श्री यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय की अनदेखी कर लालू […]

पटना: विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने नीतीश कुमार को चुनौती तक दी है कि यदि उनमें थोड़ी भी नैतिक हिम्मत है, तो वे शकुनी चौधरी द्वारा लगाये गये आरोपों का जवाब दें.

श्री यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय की अनदेखी कर लालू प्रसाद क ी पार्टी से अनैतिक गंठबंधन किया. सूबे की जनता अच्छी तरह जानती है कि लालू प्रसाद व नीतीश कुमार आज एक-दूसरे के कमजोर कंधों के सहारे फिर से खड़ा होने की कोशिश कर रहे हैं.

सूबे की जनता एक बार फिर चुनावी दंगल में लालू-नीतीश की दिशाहीन और उद्देश्यहीन राजनीति को करारा जवाब देगी और विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी. लोग जानते हैं कि लालू प्रसाद अपने परिवार से ज्यादा नहीं सोच सकते, जबकि नीतीश कुमार की सीमा तो स्वयं में सीमित है. जदयू के वरिष्ठ नेता शकुनी चौधरी ने जिस तरह नीतीश कुमार पर हमला बोला है, उससे साफ हो गया है कि पार्टी में नीतीश कुमार की स्थिति अत्यंत कमजोर हुई है. राजद-जदयू गंठबंधन पर भी प्रश्न चिह्न् खड़ा हो गया है.

शकुनी के बयान के बाद सियासी हंगामा
पटना: जदयू, राजद और कांग्रेस गंठबंधन में नया विवाद पैदा हो गया है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति कहे गये शब्द को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता शकुनी चौधरी ने पार्टी में बगावत कर दी है. उन्होंने राजद के साथ जदयू के गंठबंधन का विरोध करते हुए कहा कि दोनों नेता अहंकारी हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के आग्रह पर मैं उनके साथ जुड़ा. इससे पहले लालू प्रसाद भी एक महीने तक दौड़े थे, तब उन्हें समर्थन देकर उनकी सरकार बचायी थी. नीतीश व लालू जब मिले, तो अहंकार में शकुनी चौधरी को भूल गये.

लालू का बयान आपत्तिजनक : चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने सोमवार को भागलपुर में जो बयान दिया, वह आपत्तिजनक है. बयान के बाद नीतीश कुमार में थोड़ा भी स्वाभिमान है, तो वह राजनीतिक जीवन से संन्यास लें या फिर कोई ठोस कदम उठाएं.

बयान से नीतीश कुमार की गरिमा को ठेस पहुंची या नहीं, लेकिन उस बयान ने मुङो और मेरे समाज को शर्मसार कर दिया है. नीतीश कुमार सब कुछ जानते हुए यह सब सह रहे हैं. महागंठबंधन के भविष्य के सवाल पर शकुनी चौधरी ने कहा कि अहंकारी का हमेशा नाश हुआ है और इतिहास व धर्मग्रंथ भी इसका साक्षी है.

लालू के बयान को नहीं सुना : वशिष्ठ
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि उन्होंने लालू प्रसाद के बयान को सुना नहीं है. लालू जी ने अपने भाषण में क्या कहा है, उसे सुनेंगे. बड़े काम के लिए छोटी-छोटी बातों पर गौर नहीं किया जाना चाहिए. शकुनी चौधरी का यह व्यक्तिगत विचार हो सकता है.

बुजुर्ग व्यक्ति कुछ भी बोलता रहता है : संजय
पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि वे बुजुर्ग हो गये हैं. बुजुर्ग होने के बाद आदमी कुछ भी बोलता रहता है. यह उनकी व्यक्तिगत राय है. जदयू-राजद-कांग्रेस महागंठबंधन की ट्रेन प्लेटफॉर्म से खुल चुकी है. जिन्हें महागंठबंधन ट्रेन में चढ़ना है, वे चढ़ जायें. श्री चौधरी के बयान से महागंठबंधन की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

शकुनी चौधरी से बात कर करेंगे उनकी नाराजगी दूर : शरद यादव
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेता शकुनी चौधरी के बयान को उनका व्यक्तिगत बताया है. उन्होंने कहा कि जदयू-राजद-कांग्रेस का महागंठबंधन बिहार और देश की जनता के लिए किया गया है. इस महागंठबंधन के जरिये हमने रास्ता तय कर लिया है. हम चाहते हैं कि इससे ज्यादा-से-ज्यादा लोग जुड़ें. वैसे उनसे इस मामले में बात की जायेगी और नाराजगी दूर करने की कोशिश की जायेगी. चुनाव प्रचार के बाद दिल्ली रवानगी के पहले स्टेट गेस्ट हाउस में उन्होंने कहा कि जनता को गोलबंद करने के लिए यह महागंठबंधन हुआ है. इसके जरिये हम सामाजिक न्याय से आगे संपूर्ण न्याय का रास्ता अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. बिहार विधानसभा उपचुनाव में जिस प्रकार तीन दलों में आपस में सीटों का बंटवारा किया, उसी प्रकार 2015 के विधानसभा चुनाव में भी सीटों का बंटवारा करेंगे. गांधी, लोहिया और जेपी के सपने को जमीन पर उतारेंगे. हमने सामाजिक न्याय की लड़ाई बहुत लड़ी, लेकिन संपूर्ण न्याय अभी तक नहीं मिल पाया है. लोकसभा चुनाव के बाद नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया. जीतन राम मांझी के नेतृत्व में सरकार बनी. इस सरकार को राजद-कांग्रेस-सीपीआइ ने समर्थन दिया. इसके बाद राज्यसभा उपचुनाव में भी इन दलों ने अपना समर्थन हमें दिया. फिर महागंठबंधन हुआ. यह आगे भी जारी रहेगा. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे के मामले का शरद यादव ने बचाव किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बेटे के भी सीने में दिल है और वह भी आम इनसान है. उसने कुछ गलत नहीं किया है.

क्या कहा था लालू ने
भागलपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को प्रचार के दौरान लालू प्रसाद ने कहा था कि नीतीश कुमार उनके पैर पर बैठ गये थे, तो वे कैसे उन्हें हटा सकते थे. इसलिए समर्थन और महागंठबंधन किया.

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