समस्तीपुर में एक कॉलेज की जमीन के विवाद में पशु एव मत्स्य संसाधन मंत्री बैद्यनाथ सहनी व ग्रामीणों में हुई झड़प को लेकर भाजपा ने शुक्रवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में हंगामा किया और मंत्री श्री सहनी की बरखास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की. वहीं, सीएम ने कहा कि यदि मंत्री संयम बरतते, तो बेहतर होता.
समस्तीपुर में ग्रामीणों व मंत्री बैद्यनाथ सहनी के बीच झड़प का मामला
पटना : पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बैद्यनाथ सहनी और जदयू विधायक कृष्ण कुमार सिंह उर्फ मंटू सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को विधान परिषद में भाजपा सदस्यों ने हंगामा किया. उन्होंने पहले सदन के अंदर और बाद में मुख्य द्वार पर सरकार विरोधी नारेबाजी की.
मंत्री बैद्यनाथ सहनी और उनके समर्थकों पर बुधवार को समस्तीपुर के निकसपुर में एक कॉलेज की जमीन को लेकर हुए विवाद में उग्र भीड़ पर गोली और बम चलाने चलाने का आरोप लगा है. इसी तरह जदयू विधायक कृष्ण कुमार सिंह के खिलाफ कटावरोधी कार्य में लगे अभियंताओं के साथ मारपीट करने से संबंधित एक मामला ने में दर्ज किया गया है.
भाजपा के सदस्य दोनों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. प्रश्नकाल शुरू होते ही भाजपा के बैद्यनाथ प्रसाद व रजनीश कुमार ने मंत्री और विधायक की गिरफ्तारी की मांग के साथ कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया था, जिसे सभापति अवधेश नारायण सिंह ने अस्वीकृत कर दिया.
इस पर भाजपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गये और हंगामा शुरू कर दिया. तब शून्यकाल की कार्यवाही शुरू करने की सभापति ने घोषणा कर दी थी. लेकिन, भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण आसन ने शून्यकाल की कार्यवाही निरस्त करते हुए सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी. भाजपा सदस्यों ने तब सदन के मुख्य द्वार पर आकर सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी.
भाजपा सदस्यों की मांग की थी कि दोनों मामलों में मंत्री और विधायक के खिलाफ कार्रवाई की जाये और उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाये.
मंत्री बैद्यनाथ को बरतना चाहिए था संयम : सीएम
विधानसभा में शुक्रवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बैद्यनाथ सहनी की बरखास्तगी को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे के बाद सदन के बाहर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि समस्तीपुर में जो घटना हुई, वह नहीं होनी चाहिए थी. बैजनाथ सहनी सरकार में मंत्री हैं, इसलिए उन्हें संयम बरतना चाहिए था. मंत्री का कहना है कि उन्होंने जमीन खरीदी है और वह भूमि पूजन के लिए गये. दूसरे पक्ष का कहना है कि जमीन कॉलेज की है. मामला सामने आने के बाद मंत्री को पटना बुला लिया गया. जांच के लिए पदाधिकारियों को लगाया गया है और दोनों पक्षों की बात सुनी जा रही है. सभी मुद्दों को देखने के बाद जिस पक्ष पर कार्रवाई की आवश्यकता होगी,वह होगी.
पद से हटाने की मांग : मंत्री पर प्राथमिकी दर्ज होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे सरकार की छवि खराब नहीं हुई है, लेकिन मंत्री संयम से काम लेते, तो बेहतर था. हालांकि, किसी को भी संपत्ति रखने का अधिकार है. इससे पहले भाजपा के सदस्य विधानसभा में वेल में आ गये थे.
शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने इस मामले को लेकर सदन का ध्यान आकृष्ट कराया था. उन्होंने कहा कि सरकार के एक मंत्री पर एफआइआर हो गयी है. यह विचित्र स्थिति है. जब तक वह मंत्री पद पर रहेंगे तब तक इस मामले में न्याय नहीं होगा. इसलिए उन्हें मंत्री पद से हटाया जाये. समस्तीपुर जिले में कॉलेज की जमीन पर मंत्री ने कब्जा करने की कोशिश की.
मंत्री पद का प्रभाव डाल कर पेट्रोल पंप खोलना चाहते हैं. उस क्षेत्र के लोग जानते हैं कि जमीन किसकी है. नंदकिशोर यादव ने कहा कि अब लालटेन वालों का सरकार पर प्रभाव हो रहा है. कहीं पर कोई विधायक रंगदारी मांग रहा है. मंत्री ग्रामीणों पर आक्रमण करता है. ऐसी स्थिति में कौन दारोगा मंत्री के खिलाफ जांच करेगा. सत्ता के बल पर जमीन कब्जा करने की प्रवृत्ति बढी है. यह सरकार अल्पमत में है. इसलिए सभी को छूट दी गयी है.
थानाध्यक्ष ने रची थी हत्या की साजिश : बैद्यनाथ
पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बैद्यनाथ सहनी ने ताजपुर के थानाध्यक्ष पर ही हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. विधानसभा परिसर में उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर वह पेट्रोल पंप का शिलान्यास करने गये थे. वह उनकी है, न कि कॉलेज की. जमीन के कागजात मेरे पास हैं. जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि विपक्ष को इस बात के लिए धन्यवाद देना चाहिए कि इस राज्य में कोई भी व्यक्ति मंत्री पर भी एफआइआर करना चाहे, तो कर सकता है. यहां पूरी तरह से पारदर्शी व्यवस्था है. यह तो कानून का द्योतक है. पूरे मामले की जांच करायी जायेगी और सरकार इस पर कार्रवाई करेगी. मंत्री ने जो कुछ कहा और जिस अधिकारी पर आरोप है, उसकी जांच की जा रही है. दोषी पर आवश्यक कार्रवाई होगी.
बिहार में कानून राज : कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि यह कानून राज का ही असर है कि मंत्री पर प्राथमिकी दर्ज हो रही है. कानून अपना काम कर रहा है. भाजपा सिर्फ बात का बतंगड़ बना रही है. समाज को विखंड करने वाले भाजपा के लोग पार्टी के सदस्य बन कर रह गये हैं. मंत्री रमई राम ने कहा कि कानून सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए.
बिहार में कानून राज खत्म : मंगल पांडेय
भाजपा नेता मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है और जंगल राज आ गया है. राजद के शासन काल में जिस प्रकार मंत्री व विधायक काम करते थे, वैसी ही स्थिति आ गयी है. अब विधायक रंगदारी मांग रहे हैं. अभियंता से मारपीट कर रहे हैं. इसके बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर रही है. इस प्रकार की घटना में जदयू के कई ऐसे लोग भी हैं, जिनका चेहरा खराब हो गया है.