पटना: विपक्ष साजिश के तहत दवा घोटाले का तथ्यहीन आरोप सरकार पर लगा रही है, ताकि धनकड़ के बयान पर सदन में निंदा प्रस्ताव नहीं लाया जाये. सरकार सदन में निंदा प्रस्ताव लाना चाहती है, क्योंकि यह बिहार की बेटियों की इज्जत के लिए बहुत जरूरी है.
लेकिन, दो दिनों से सदन के बाहर व अंदर दवा घोटाले की बात हो रही है. एक साजिश के तहत लोगों को भ्रमित करने के लिए बीजेपी गंदा खेल खेल रही है.
ये बातें मंगलवार को सूचना विभाग के सभागार में प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री विजय चौधरी ने प्रेस वार्ता कर कहीं. उन्होंने कहा कि दवा मामले में जांच की जा रही है और सरकार इसका हर मोरचे पर जवाब देने को तैयार है, लेकिन विपक्ष सिर्फ हंगामा कर रहा है. श्री चौधरी ने कहा कि विपक्ष हंगामा तो कर रहा है, लेकिन इसकी जानकारी देने को तैयार नहीं है कि किस ब्लैकलिस्टेड कंपनी से दवा ली गयी और कौन-सी दवा महंगी खरीदी गयी. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री के नाम को जोड़ने की भी हम निंदा करते हैं. अगर विपक्ष के पास दवा घोटाले की संपूर्ण जानकारी है, तो हम किसी भी स्तर पर जांच के लिए तैयार हैं. यह हमने सदन में भी कहा है.
बावजूद इसके बीजेपी हंगामा कर रही है. इसका मतलब बस इतना है कि वह सरकार के निंदा प्रस्ताव को सदन में पास नहीं होने देना चाहिए है. इसके पारित होने के बाद बीजेपी की पोल खुल जायेगी. जहां तक जांच रिपोर्ट की बात है, स्वास्थ्य सचिव के नेतृत्व में हो रही है और इसकी रिपोर्ट 10 दिनों के भीतर आ जायेगी. प्रेस वार्ता में प्रधान स्वास्थ्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर व बीएमएसआइसीएल के एमडी प्रवीण किशोर मौजूद थे.