।। मिथिलेश ।।
पटना : नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद से ही मुख्यमंत्री आवास पर बननेवाली सरकारी चाय पीना बंद कर दिया है. एक, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास को जल्द-से-जल्द छोड़ने के लिए बेचैन नीतीश कुमार लगातार अधिकारियों से यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका नया आवास कब तैयार हो जायेगा. इस सिलसिले में अब तक पिछले पांच दिनों में कई बार अधिकारियों को टोका है.
दो बार खुद सरकार द्वारा चयनित आवास को जाकर देखा भी है, ताकि अधिकारी उनके मुख्यमंत्री आवास शीघ्र छोड़ने की बेचैनी समझ सकें. नये आवास में जाने की उनकी तैयारी लगभग पूरी हो गयी है. खुद के पैसे से उन्होंने कुरसियां खरीदी हैं. भोजन के मामले में पहले भी वह सरकारी कर्मियों या कैंटीन पर निर्भर नहीं थे. इसलिए अभी के हालात में उनसे मिलने जो कोई भी अतिथि पहुंच रहे, उन्हें चाय नहीं मिल रही है.
खाना बनाने के लिए उनके एक निजी स्टाफ हैं, जो पहले भी उनके लिए सादा भोजन तैयार करते थे. कुमार की पहल पर सीएम आवास में लगे टेलीफोन से उनका संपर्क खत्म हो गया है. मुख्यमंत्री आवास के टेलीफोन पर कॉल करने से इसकी जानकारी मिलती है. अब कोई भी व्यक्ति या कार्यकर्ता कुमार से मिलने या संपर्क करने की जानकारी उनके व्यक्तिगत नंबर पर ही कर सकता है. हालांकि, टेलीफोन उठाने वाले यह जरूर कहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री के निजी कर्मियों तक यह बात पहुंचा दी जायेगी.
फिलहाल एक, अणे मार्ग में पैकिंग अंतिम चरण में है. व्यक्तिगत रूप से मिली किताबें और कुछ निजी सामान ही उनके साथ नये आवास में जायेंगी. पुत्र निशांत के निजी सामान भी नये आवास में जायेंगे. बिहार के इतिहास में शायद यह पहला मौका है जब किसी मुख्यमंत्री ने पद छोड़ने के बाद कम समय में आवास छोड़ दिया हो.