गोपालगंज : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के आतंकवाद से लड़ने के दावे की खिल्ली उड़ायी और कहा कि एनडीए के शासनकाल के दौरान देश में लोग सबसे ज्यादा आतंकवाद के शिकार हुए. गोपालगंज में चुनाव सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों में फर्क यह है कि कांग्रेस कहती है कि भारत सबका है. बाकी सब पार्टियां कहती हैं कि हिंदुस्तान किसी-न किसी का (कुछ खास लोगों का) है, बाकी लोगों का नहीं है.
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह आजकल कहते हैं कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हैं. पर जब एनडीए के पांच साल के शासनकाल के दौरान 22 हजार लोग आतंकवाद के शिकार हुए, जबकि यूपीए के 10 सालों के शासनकाल के दौरान 800 लोग आतंकी हमलों में जान गंवायी. फिर भी वह कहते हैं कि वह आतंकवाद से लड़ते हैं. उन्होंने कहा कि सच्चाई है कि यूपीए सरकार की सख्ती की वजह से आतंकी घटनाओं में कमी आयी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा आतंकवाद को लेकर एक खास समुदाय के प्रति गुस्सा फैलाती है. हम देश में प्रगति का मोती जोड़ते हैं. शांति लाते हैं. हिंदुस्तान प्रगति करेगा, तो इसका फायदा हर धर्म, जाति व समुदाय को होगा. कोई धर्म की पार्टी बन कर आपके बीच है. कांग्रेस कहती है हिंदुस्तान हम सबका है. सबको समान अधिकार है. यूपीए सरकार ने अपने 10 वर्षो के शासनकाल के दौरान गरीबों, कमजोर लोगों, दलित, आदिवासी भाईयों और महिलओं के साथ सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश की है. इससे पहले केंद्र में भाजपा नीत एनडीए की सरकार थी. उस समय बिजली व पानी की किल्लत थी, किसान मर रहे थे, मजदूरों के पास रोजगार नहीं था और आदिवासियों के पास जमीन नहीं थी. फिर भी वे कह रहे थे कि हिंदुस्तान चमक रहा है.
राहुल गांधी ने अदाणी ग्रुप की चर्चा करते हुए कहा कि यह कंपनी तीन हजार से शुरू हुई और 30 हजार करोड़ की हो गयी. 40 हजार करोड़ एक उद्योगपति के नाम पर आवंटित किया गया. एक रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन उनको आवंटित किया गया. जब मैंने गुजरात की हकीकत को सामने लाया, तो अब वह (नमो) गुजरात मॉडल की चर्चा अपने भाषणों में नहीं करते हैं. 10 हजार किसानों से उनकी उपजाऊ जमीन को लेकर चंद पूंजीपतियों को दिया गया. आज किसान अपनी जमीन को देख कर रो रहे हैं. वे मजदूरी करने पर विवश हैं. उद्योगपतियों को वे चमका रहे, ताकि वे पैसा दे. उनके पैसे से टीवी पर छाये रहे व ब्रांडिंग होती रहे. अगर वे सत्ता में आएं, तो फायदा उद्योगपतियों को होगा, गरीब को नहीं.
उन्होंने कहा कि बिहार हर धर्म और जाति व समुदाय के लिए जाना जाता है. देश को बिहार राह दिखाने का काम किया है. यह बिहार डॉ राजेंद्र प्रसाद, विभूति नारायण, अब्दुल गफूर जैसी हस्ती को जन्म देने वाली बिहार आजादी के लिए कई कुरबानियां भी दी हैं. इतिहास गौरवपूर्ण रही है. आजादी से लेकर अब तक देश को दिशा बिहार ने दिया है. सभा को सदानंद सिंहव सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया.