गोपालगंज. सासामुसा चीनी मिल हादसे में गंभीर रूप से घायल रवींद्र साह सातवें दिन जिंदगी की जंग हार गया. चीनी मिल हादसे में अब मरनेवालों की संख्या बढ़ कर आठ हो गयी है, जबकि चार अन्य अब भी जीवन-मौत से जूझ रहे हैं. परिजन कर्ज लेकर इनका इलाज करा रहे हैं. रवींद्र साह की मौत की खबर पहुंचते ही बुधवार की देर शाम सिरिसिया गांव में कोहराम मच गया.
गत 20 दिसंबर की आधी रात में चीनी मिल का ब्वायलर फटने से छह लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि छह अन्य लोग गंभीर रूप से घायल थे. घायलों में सिरिसिया के रहनेवाले रवींद्र साह को गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
उनकी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए शहर से कई लोगों ने वहां जाकर ब्लड डोनेट किया था. परिजन कर्ज लेकर इलाज करा रहे थे लेकिन बुधवार की शाम छह बजे रवींद्र साह की मौत हो गयी. रवींद्र साह की मौत की सूचना देर शाम उनकी घर पहुंची तो वहां कोहराम मच गया.
गांव के लोग परिजनों को संभालने में लगे थे. देर शाम तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका था. गांव के लोग शव आने का इंतजार कर रहे थे. छोटे-छोटे बच्चे खामोश हो चुके हैं. इससे पहले सोमवार की देर रात श्यामपुर गांव के पारस गिरि की मौत गोरखपुर के बाम्बे अस्पताल में हो गयी थी. सासामुसा के रहनेवाले बंका यादव की स्थिति गंभीर बनी हुई है.