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बस ने दो बाइकों पर सवार छह लोगों को कुचला, तीन की मौत
हादसा. मृतकों में साला-बहनोई और उनका पड़ोसी युवक शामिल नौबतपुर : एनएच-98 पर तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार की सुबह 11 बजे के आसपास नौबतपुर-बिक्रम मुख्य मार्ग राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-98 पर नौबतपुर थाना क्षेत्र के बड़ी कोपा के समीप दो बाइकों पर सवार छह लोगों को तेज […]
हादसा. मृतकों में साला-बहनोई और उनका पड़ोसी युवक शामिल
नौबतपुर : एनएच-98 पर तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार की सुबह 11 बजे के आसपास नौबतपुर-बिक्रम मुख्य मार्ग राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-98 पर नौबतपुर थाना क्षेत्र के बड़ी कोपा के समीप दो बाइकों पर सवार छह लोगों को तेज रफ्तार से जा रही बस रौंदते हुए निकल भागी, जिसमें एक बाइक पर सवार तीन लोगों विक्की (18 वर्ष, पिता सत्येंद्र यादव), चंदन(20 वर्ष, पिता जय यादव) दोनों साकिन टड़वा और चंदन के बहनोई अजय यादव (30 वर्ष, पिता कमलेश यादव, ग्राम भरथुआ, थाना जहानाबाद) की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि दूसरे बाइक पर सवार टड़वा का रितेश गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जबकि उसकी पत्नी और बेटे को हल्की चोटें लगी हैं.रितेश को एक निजी क्लिनिक में इलाज के बाद पीएमसीएच रेफर किया गया. इधर, सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को थाने ले गयी .
उधर, घटना की सूचना गांव में पहुंचते ही मृतकों के घरों कोहराम मच गया. परिजन रोते- बिलखते थाने पहुंचे. तब तक ग्रामीणों का हुजूम भी थाना पहुंच गया. डेढ़-दो सौ संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने थाने से जबरदस्ती शव उठा कर थाने के सामने ही सड़क पर रख नौबतपुर-भुसौला मुख्य मार्ग एनएच- 98 को जाम कर हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों और ग्रामीणों ने दो-तीन वाहनों में तोड़फोड़ भी की. वाहनों के शीशे तोड़ डाले गये.
नौबतपुर. जय यादव के घर से एक साथ दो लाशें उठीं. पुत्र और दामाद की. जहानाबाद निवासी अजय यादव दामाद था उनका. वह आज ही अपने घर से ससुराल आया था.
पैर से दिव्यांग होने से चलने में परेशानी के चलते नौबतपुर में बिक्रम श्रीनगर मोड़ पर उतरने के बाद साला चंदन को बाइक लेकर उस जगह पर बुलाया. मेहमान की आने की खुशी में चंदन बाइक लेकर चल दिया. साथ में अपने पड़ोसी विक्की को भी बैठा लिया. बेटी राखी की शादी चार वर्ष पूर्व जय यादव से हुई थी. इस दौरान एक नाती और एक नतिनी भी हुई. दामाद के आगमन की खुशी घर में थी, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था. सारी खुशियां घटना की सूचना पर काफूर हो गयीं. घर में मातम पसर गया.
दो भाइयों में बड़ा था विक्की: मृतक विक्की दो भाइयों में बड़ा था. पढ़ने में काफी तेज था. इसलिए पिता ने पढ़ाई में उसे किसी चीज की कमी नहीं होने दी.
परीक्षा में सदा अव्वल आता था विक्की, लेकिन भगवान को शायद यही दिन दिखाना था कि जवान बेटे की लाश कंधे पर उठानी पड़ी. मौत की खबर से एक तरह से उसके पैर से जमीन खिसक गयी. पत्नी सुनंदा को तो दांत लग गया. थानाध्यक्ष प्रेमराज चौहान ने बताया कि बस को पकड़ लिया गया है.
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