नयी दिल्ली : एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एल सरिता देवी ने आज स्वीकार किया कि एक साल का प्रतिबंध झेलने के बाद चीन के हाल के अभ्यास और प्रतियोगिता दौरे के दौरान वापसी करते हुए वह खुद के प्रदर्शन को लेकर थोड़ा आशंकित थी.
सरिता (60 किग्रा) पर एशियाई खेलों के दौरान सेमीफाइनल मुकाबला गंवाने के बाद पदक वितरण समारोह में विरोध के कारण एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था. वह आज तड़के चीनी शहर क्वियान आन से स्वदेश पहुंची. इस मणिपुरी मुक्केबाज ने तीन मुकाबले लड़े जिनमें से दो में उसने जीत दर्ज की. इस प्रतियोगिता में चीन, कोरिया, मंगोलिया और थाईलैंड के मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था.
सरिता ने कहा, ‘‘मैं पिछले इतने वर्षों से खेल रही हूं लेकिन प्रतिबंध के बाद यह मेरी पहली प्रतियोगिता थी. इसलिए जब मैं मंगोलिया की सोवोडेरडेन के खिलाफ अपने पहला मुकाबले के लिये रिंग में उतरी तो मैं इससे इंकार नहीं कर सकती कि तब मैं नर्वस थी. मैं खुद के प्रदर्शन को लेकर आशंकित थी लेकिन इससे उबरने में कुछ सेकेंड का समय लगा. ”
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस क्षण के लिये पिछले तीन महीनों से तैयारी की थी और जब मैं परेशान होती तब खुद से कहती है कि वापसी के लिये मैंने कितनी कड़ी मेहनत की है. इस तरह से मैंने अपनी घबराहट दूर की जो कि वापसी पर स्वाभाविक होती है. ” सरिता ने लिवरपूल में एक महीने का अभ्यास करके वापसी के लिये तैयारी की थी.