नयी दिल्ली : विश्व कबड्डी लीग (डब्ल्यूकेएल) ने डोपिंग मामले में फंसे खिलाडियों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है. डब्ल्यूकेएल ने उन 23 खिलाडियों के नामों की सूची घोषित की जिन्होंने ड्राफ्ट से पहले या इसके दौरान और प्रतियोगिता के इतर परीक्षण में डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन किया है.
आयोजकों के मुताबिक पहली विश्व कबड्डी लीग की शुरुआत के बाद से 11 खिलाडियों को डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है. डोपिंग नियंत्रण के लिए टीमों के चयन से पहले लुधियाना में हुए प्रतियोगिता के इतर परीक्षण में वाडा की मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में 12 खिलाडियों के नतीजे प्रतिकूल आए हैं.
इन सभी 23 खिलाडियों के नाम डब्ल्यूकेएल की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाएंगे. जालंधर में पिछले सप्ताहांत हुए मुकाबलों तक डब्ल्यूकेएल 464 डोपिंग नियंत्रण परीक्षण कर इतिहास रच चुका है. टीमों के चयन से पहले लुधियाना में प्रतियोगिता के इतर 191 डोपिंग नियंत्रण परीक्षण किए गए थे.
डब्ल्यूकेएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमन रहेजा ने कहा, हमने प्रतियोगिता के दौरान और इतर डोपिंग नियंत्रण परीक्षण लागू किए हैं. डब्ल्यूकेएल ने नौ अगस्त को ब्रिटेन में पहले लीग मैच के साथ प्रतियोगिता के दौरान डोप परीक्षण शुरु किए थे. इसके बाद खिलाडियों के बीच जिम्मेदारी की भावना और जागरुकता के लिए प्रतियोगिता के इतर परीक्षण भी शुरु किए गए जिससे कि उन्हें पता चले कि कभी भी और कहीं भी उनका परीक्षण किया जा सकता है.
माना जा रहा है कि जिन खिलाडियों को प्रतियोगिता के दौरान डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है उनमें जुगराज सिंह, कुलदीप सिंह, रणदीप कुमार, संदीप सिंह लुधार, गुरप्रीत सिंह गिल, अमनदीप सिंह गिल, नवनीत सिंह और एकम सिंह शामिल हैं. तीन अन्य खिलाडियों के नाम जानबूझकर घोषित नहीं किए गए हैं क्योंकि उनका मामला नोटिस पीरियड में है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद हालांकि इन नामों का भी खुलासा कर दिया जाएगा.