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सरिता ने बिना शर्त माफी मांगी

लुसाने : अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) ने कहा है कि प्रतिबंध की संभावना का सामना कर रही भारतीय मुक्केबाज एल सरिता देवी ने एशियाई खेलों के पदक वितरण समारोह के दौरान कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने के लिए आज ‘बिना शर्त माफी’ मांगी. एआईबीए ने यहां बयान जारी करके कहा कि भारतीय मुक्केबाज […]

लुसाने : अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) ने कहा है कि प्रतिबंध की संभावना का सामना कर रही भारतीय मुक्केबाज एल सरिता देवी ने एशियाई खेलों के पदक वितरण समारोह के दौरान कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने के लिए आज ‘बिना शर्त माफी’ मांगी.
एआईबीए ने यहां बयान जारी करके कहा कि भारतीय मुक्केबाज को अपनी इस हरकत पर खेद है. एआईबीए ने कहा, ‘‘इंचियोन एशियाई खेल 2014 में भारतीय मिशन प्रमुख आदिले जे सुमारिवाला ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष डा. चिंग कुओ वू को 17वें एशियाई खेलों के पदक वितरण समारोह में कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने वाली महिला मुक्केबाज सरिता लैशराम देवी (57 से 60 किग्रा) का माफीनामा भेजा है.’’
इसमें कहा गया, ‘‘सरिता ने कल समारोह में भावनाओं में बहने के लिए बिना शर्त माफी मांगी है. उन्होंने लिखा है ‘मुझे खेद है और माफी मांगती हूं. भविष्य में कभी दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी.’.’’ सरिता ने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया की जिना पार्क के खिलाफ विवादास्पद हार के बाद पदक वितरण समारोह के दौरान कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया था.
एआईबीए ने सरिता की इस हरकत पर कडा रुख अपनाते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि यह पूरी घटना मुक्केबाज और उसकी टीम द्वारा काफी अच्छी जगह बनाई गई योजना का हिस्सा है और यह खेदजनक है कि मुक्केबाज ने प्रतियोगिता में जो हुआ उसके बाद पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया.
कल एशियाई ओलंपिक परिषद की सुनवाई के बाद सरिता के पदक को बहाल कर दिया गया. सुनवाई में भारतीय दल ने घटना पर खेद जताया. एआईबीए ने कहा कि एशियाई खेलों में भारतीय दल प्रमुख सुमारिवाला ने दावा किया था कि यह घटना पूर्व नियोजित नहीं थी.

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