ब्यूरो, नयी दिल्ली
देश में खेलों के प्रति युवाओं को आकर्षित करने के लिए सरकार ने खेलो इंडिया योजना शुरू की है. इस योजना के तहत चुने गये खिलाड़ियों को गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण मुहैया कराया जाता है. टेलेंट सर्च एंड डवलपमेंट के तहत चयनित खिलाड़ी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी संस्थान में प्रशिक्षण करने के योग्य होते हैं. अब सरकार ऐसे खिलाड़ियों की शिक्षा प्रभावित नहीं हो, इसके लिए सामान्य शिक्षा से अलग, एक नया यूनिवर्सिटी बनाने पर विचार कर रही है.
मौजूदा समय में खेलो इंडिया के तहत चयनित खिलाड़ियों को शिक्षा के लिए वित्तीय मदद मुहैया कराने का प्रावधान है. लेकिन अब ऐसे खिलाड़ियों के लिए अलग यूनिवर्सिटी और बोर्ड होगा, ताकि वे खेल पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें. यही बोर्ड और यूनिवर्सिटी ऐसे छात्रों को डिग्री प्रदान करेंगे.
केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि खेलो इंडिया के तहत 2437 खिलाड़ियों का चयन किया गया है और इसमें ग्रामीण क्षेत्र के भी लड़के हैं. खिलाड़ियों के चयन की प्रक्रिया तीन स्तरों से होती है. पहले टेलेंट स्काउंटिंग कमिटी खिलाड़ियों का चयन करती है. फिर टेलेंड आइडेंटिफिकेशन एंड डेवलपमेंट कमिटी फॉर ट्रेनिंग इन खिलाड़ियों को परखती है और अंतिम चयन उच्च स्तरीय समिति करती है.
खेलो इंडिया में राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी ही शामिल हो सकते है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए कई अभियान चलाये गये हैं.