नयी दिल्ली : राष्ट्रीय तीरंदाजी कंपाउंड टीम के कोच जीवनजोत सिंह तेजा महज 34 साल की उम्र में देश के सबसे युवा द्रोणाचार्य पुरस्कार के विजेता बन सकते हैं जिनका नाम इस पुरस्कर के लिए सिफारिश किये गये पांच नामों में शामिल है.
तेजा के अलावा इस सूची में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले त्रिकूद खिलाड़ी अरपिंदर सिंह के कोच एसएस पन्नू, मुक्केबाजी कोच सीए कटप्पा, भारोत्तोलन कोच विजय शर्मा और टेबल टेनिस कोच श्रीनिवास राव का नाम शामिल है.तेजा 2013 से राष्ट्रीय तीरंदाजी कंपाउंड टीम के कोच है, उनकी देखरेख में महिला टीम विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची है. उन्होंने तृषा देब के करियर को संवारने में अहम भूमिका निभाई है जो दो बार एशियाई चैम्पियन रही है. 2010 में कोरियाई कोच ने कहा था कि तृषा तीरंदाज बनने के लिए फिट नहीं है.
द्राणाचार्य पुरस्कार जीवन प्रयन्त वर्ग में चार कोचों के नामों की सिफारिश की गयी है जिसमें क्लेरेंस लोबो (हॉकी), तारक सिन्हा (क्रिकेट), जीवन कुमार शर्मा (जूडो) और वीआर बीदू (एथलेटिक्स) का नाम शामिल है. चयन समिति ने सत्यदेव प्रसाद (तीरंदाजी),भरत छेत्री (हॉकी), बॉबी अलोयुसिअस (एथलेटिक्स) और चौगुले दादू दत्तात्रेय (कुश्ती) को ध्यानचंद पुरस्कार देने की सिफारिश की है. इस चयन समिति की अध्यक्षता पूर्व न्यायधीश मुकुल मुदगल ने की.
चयन समिति में राष्ट्रमंडल खेल के स्वर्ण पदक विजेता पिस्टल निशानेबाज समरेश जंग, शटलर अश्विनी पोनप्पा, पूर्व राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच जी एस संधू, हॉकी कोच एके बंसल और तीरंदाजी कोच संजीव सिंह के अलावा भारतीय खेल प्राधिकरण के विशेष महानिदेशक ओंकार केडिया और सह सचिव (खेल) इंदर धमिजा शामिल थे. इन सिफारिशों पर अंतिम फैसला खेल मंत्रालय को करना है.