मीरपुर : महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई वाली भारतीय टीम आज से आईसीसी विश्व टी20 में अपने अभियान की शुरुआत करेगी. सभी की निगाहें पिछले कुछ महीनों के लचर प्रदर्शन को पीछे छोडने की होगी जबकि ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान प्रबल दावेदार के रुप में शुरुआत करेंगे.
मौजूदा फार्म को देखते हुए 2007 के शुरुआती चरण की चैम्पियन भारतीय टीम निश्चित रुप से टूर्नामेंट जीतने की दावेदारों में शामिल नहीं है. टूर्नामेंट आज से क्वालीफायर मुकाबलों से शुरु होगा. पाकिस्तान और संतुलित आस्ट्रेलियाई टीम भी तीन हफ्ते तक चलने वाले टूर्नामेंट में गंभीरता से खिताब पर निगाह गडाये होगी.
2012 में जीत दर्ज करने वाली गत चैम्पियन वेस्टइंडीज भी खुद को साबित करना चाहेगी जबकि श्रीलंकाई टीम 2009 और 2012 में दो फाइनल गंवाने के बाद तीसरी बार भाग्यशाली बनाना चाहेगी.
न्यूजीलैंड अपने सनसनीखेज खिलाडी कोरी एंडरसन के बूते बडी ट्राफी नहीं जीतने के मिथक को तोडना चाहेगा और एबी डिविलियर्स की अगुवाई वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम भी कुछ ऐसा ही सोच रही होगी.
भारत ने पिछला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच पांच महीने से ज्यादा समय पहले खेला था और युवराज सिंह की मदद से आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच छह विकेट से जीता था.
राजकोट में हुए इस मैच के बाद भारतीय टीम का प्रदर्शन बद से बदतर हो गया है. टी20 अलग प्रारुप है लेकिन न्यूजीलैंड में टेस्ट और वनडे श्रृंखला दोनों में हारना मनोबल गिराने वाला था. इससे बदतर क्या होगा कि वे पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ मुकाबलों में हारने से एशिया कप के फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर सके.
इस साल केवल ढाई महीने ही हुए हैं लेकिन भारत ने केवल बांग्लादेश और अफगानिस्तान के खिलाफ ही जीत दर्ज की है. यह ऐसा रिकार्ड है जिससे टीम निश्चित रुप से गर्व महसूस नहीं करेगी.
भारतीय टीम विश्व टी20 में पिछले तीन सत्र में सेमीफाइनल में पहुंचने में असफल रही है. उसके लिये अपने ग्रुप में पाकिस्तान, मजबूत आस्ट्रेलिया और गत चैम्पियन वेस्टइंडीज के साथ शुरुआती ग्रुप लीग मैचों के बाद जुडने वाली एक अन्य क्वालीफायर का सामना आसान नहीं होगा.
टीम के लिये सबसे बडी चिंता यह होनी चाहिए कि उसनेटूर्नामेंटसे पहले तैयारी नहीं है, उन्हें 17 मार्च को श्रीलंका और 19 मार्च को इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच से ही संतोष करना होगा.
वहीं आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ने तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेली :जिसका पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था: है जबकि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ने भी दो मैचों की श्रृंखला खेली है. यह प्रारुप पूरी तरह से अलग है जिसमें गेंदबाजों को सर्कल के बाहर चार क्षेत्ररक्षकों के नियम से रुबरु नहीं होना पडेगा, लेकिन आईपीएल की लोकप्रियता के बावजूद भारत की इस प्रारुप में अनिंरतरता की अनदेखी करना मुश्किल होगा.
टूर्नामेंट अब उप महाद्वीप में खेला जा रहा है, लेकिन यह भी भारत के लिये अब फायदेमंद नहीं होगा। पिछले चरण में आस्ट्रेलिया ने कोलंबो में उन्हें बारिश से प्रभावित मैच में आसानी से मात दी थी और भारत टूर्नामंेट से बाहर हो गया था.
टीम मीरपुर में शेरे बांग्ला स्टेडियम में अपने सभी मैच खेलेगी, लेकिन हाल में उसने इस स्थल पर अपने सभी मैच गंवाये है जिसमें हाल का एशिया कप भी शामिल है.
कप्तान धोनी मांसपेशियों के खिंचाव से उबर गये है, वह अनुभवी युवराज सिंह और सुरेश रैना के साथ टीम में वापसी करेंगे.
गेंदबाजी हमेशा की तरह चिंताजनक है, जिसमें सिर्फ मोहम्मद शमी का प्रदर्शन ठीक है. वरुण आरोन अनिरंतर गेंदबाजी कर रहे और भुवनेश्वर कुमार में रफ्तार में कमी का खुलासा हो चुका है.
आर अश्विन ने एशिया कप के दौरान थोडा बेहतर किया था लेकिन वह अपने सर्वश्रेष्ठ से दूर ही रहे थे जबकि रविंद्र जडेजा कुछ अच्छे प्रदर्शन के बावजूद मैच विजेता नहीं है. इसलिए यह फिर इस बात पर निर्भर होगा कि कप्तान धौनी और विराट कोहली टूर्नामेंट के दौरान कैसा प्रदर्शन करते हैं.