नयी दिल्ली : वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के भारत दौरे पर भ्रम की स्थिति बनने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआइ) मामला स्पष्ट कर दिया है. बोर्ड ने भ्रम दूर करते हुए कहा कि वेस्टइंडीज का भारत दौरा अब रद्द कर दिया गया है. बीसीसीआइ ने कल देर रात इस मामले पर बैठक के बाद स्थिति स्पष्ट की. हालांकि, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने दावा किया कि उसने अभी तक ऐसा नहीं किया है.
वेस्टइंडीज टूर के भारत दौरे के जारी रहने को लेकर अनिश्चितता की स्थिति रही क्योंकि बीसीसीआइ ने कहा कि इसे डब्ल्यूआइसीबी द्वारा खत्म कर दिया गया है. वहीं, विंडीज बोर्ड ने बाद में एक बयान में कहा कि उसने अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं किया है.
इससे पूर्व कल दिन में बीसीसीआइ ने एक बयान जारी कर कहा था कि वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपने बोर्ड के साथ भुगतान विवाद के चलते भारत के शेष दौरे से हट गई है और उसके स्थान पर श्रीलंका के साथ पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला की व्यवस्था कर दी गई है.
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम और बोर्ड के बीच भुगतान का मामला गहरा गया है. इस विवाद के चलते शुक्रवार को इंडीज टीम ने भारत के मौजूदा दौरे से हटने का फैसला किया, वहीं वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने इस बात से इनकार किया है कि उसने भारत दौरा बीच में छोड़ने का कोई फैसला लिया है.
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआइसीबी) के बयान में कहा गया है कि मीडिया में आ रही खबरों के उलट हमने भारत दौरा रद्द करने का कोई फैसला नहीं किया है. बोर्ड ने कहा कि वह धर्मशाला में भारत-वेस्टइंडीज के बीच चल वनडे मैच के खत्म होने के बाद इस बारे में विस्तृत बयान जारी करेगी. इससे अब वेस्टइंडीज का यह दौरा आगे जारी रहेगा या नहीं, इस पर कनफ्यूजन है. दूसरी ओर बीसीसीआइ ने तुरंत ही भरपायी करते हुए श्रीलंका को पांच एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलने के लिए मना लिया है.
इससे पूर्व शुक्रवार को वेस्टइंडीज को धर्मशाला में चौथे एकदिवसीय मैच में खेलने के लिए मनाना पड़ा. वे यह मैच खेलने के लिए तैयार हो गये, लेकिन उन्होंने बाकी दौरे से हटने के अपने फैसले से बीसीसीआइ को अवगत करा दिया. इस अचानक घटे घटनाक्रम के कुछ घंटों बाद ही बीसीसीआइ श्रीलंका को पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज खेलने के लिए मनाने में सफल रहा, जिसके मैच एक से 15 नवंबर के बीच खेले जाने की संभावना है. बीसीसीआइ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होनेवाले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए केवल वनडे खेलने का फैसला किया गया.
अधिकारी ने कहा : टीम को जल्द ही ऑस्ट्रेलिया रवाना होना है. इसलिए वनडे सीरीज का फैसला किया गया, जिससे टीम को विश्व कप में मदद मिलेगी. वेस्टइंडीज के हटने से जिन मैच स्थलों कोलकाता, कटक, हैदराबाद, बेंगलुरु और अहमदाबाद को नुकसान हुआ, उन्हें ही वनडे की मेजबानी सौंपी जा सकती है. कार्यक्रम की घोषणा जल्द होगी.
इससे पहले बीसीसीआइ ने साफ किया कि वचनबद्धता का सम्मान करने की कई अपीलों के बावजूद वेस्टइंडीज बोर्ड और उसके खिलाडि़यों ने यह एकतरफा फैसला किया. बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने कहा : बीसीसीआइ अपने सभी साझेदारों विशेष कर टीम इंडिया के प्रशंसकों को बताना चाहता है कि यह डब्ल्यूआइसीबी और उसके खिलाडि़यों का एकतरफा फैसला है.
* क्या है मामला
बताते चलें कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड और खिलाडियों के बीच वर्षों से वेतन भुगतान को लेकर विवाद चल रहा है. कई बार खिलाडियों ने खेलने से इंकार भी कर दिया है. कुछ साल पहले पूरी टीम स्ट्राइक पर चली गयी थी. खिलाडियों का आरोप है कि बोर्ड उन्हें सही पैसे नहीं देती है.
* भारत दौरा छोड़ने का लिया फैसला
इधर आज वेस्टइंडीज की टीम भारत के साथ धर्मशाला में चौथा वनडे शुरू होने पहले ही मैच रद्द करने को लेकर अड़ गयी थी, लेकिन मनाने के बाद खेलने को तैयार हुई. बाद में खबर आयी कि टीम ने दौरा बीच में ही खत्म करने का फैसला लिया है. इसके बाद से मामला गरमा गयी. टीम के इस फैसले से बीसीसीआइ नाराज हो गयी और श्रीलंका को भारत के साथ सीरीज खेलने के लिए आमंत्रित कर दिया. खबर है कि श्रीलंका की टीम भारत के साथ पांच मैचों की सीरीज खेलेगी.
* चौथे वनडे के दौरान वेस्टइंडीज की पूरी टीम टॉस में लिया हिस्सा
आज भारत और वेस्टइंडीज के बीच चौथे वनडे के दौरान ऐसा कुछ हुआ जो आजतक नहीं हुआ था. दरअसल जब मैच शुरू होने से पहले अंपायर ने दोनों टीमों के कप्तान को मैदान में आमंत्रित किया तो वेस्टइंडीज के कप्तान के साथ टीम के बाकी सदस्य भी मैदान में आ गये और उनकी मौजूदगी पर ही टॉस हुआ. ऐसा उन्होंने विरोध जताने के लिए ही किया था.