IND 187, 49/1 (17.0 Ovs)
जोहानिसबर्ग : जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की घातक गेंदबाजी से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को भी 200 रन से कम के स्कोर पर रोककर तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन शानदार वापसी की. बुमराह (54 रन देकर पांच विकेट) और भुवनेश्वर (44 रन देकर तीन विकेट) ने मिलकर आठ विकट लिये जिससे भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 194 रन पर आउट करके उसे केवल सात रन की बढ़त हासिल करने दी.
पहली पारी में 187 रन बनाने वाले भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर 49 रन बनाये हैं और उसे अब 42 रन की बढ़त मिल चुकी है. भारत की पहली पारी तरह दक्षिण अफ्रीका के भी केवल तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे. उसकी पारी अनुभवी हाशिम अमला के इर्द गिर्द घूमती रही जिन्होंने लगभग चार घंटे क्रीज पर बिताकर 61 रन बनाये.
इस बीच उन्होंने नाइटवाचमैन कैगिसो रबाडा (30) के साथ तीसरे विकेट के लिये 66 और वर्नोन फिलैंडर (35) के साथ आठवें विकेट के लिये 44 रन जोड़े. इन तीनों के बाद चौथा बड़ा स्कोर अतिरिक्त रन (23) का रहा. भारत ने बल्लेबाजी लाइनअप में बदलाव किया तथा मुरली विजय (नाबाद 13) के साथ विकेटकीपर पार्थिव पटेल को पारी का आगाज करने के लिये भेजा. इस रणनीति के बावजूद भारत अच्छी शुरुआत हासिल करने में असफल रहा.
पार्थिव (16) ने तीन चौके लगाये लेकिन वह 15 गेंदों का ही सामना कर पाये और नियमित सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (नाबाद 16) को पांच ओवर बाद ही क्रीज पर उतरना पड़ा. फिलैंडर की गेंद पार्थिव के बल्ले के बाद पैड से लगकर गली में उछल गयी जहां मार्कराम ने आगे गिरते हुए उसे कैच में बदल दिया. विजय और राहुल ने हालांकि दिन के आखिरी 12 ओवरों में टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया और इस तरह से दूसरा दिन भारत के नाम करने में अपनी योगदान दिया. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने सुबह एक विकेट पर छह रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन वह रबाडा थे जिन्होंने भारतीय गेंदबाजों को 114 मिनट तक परेशान किया.
भुवनेश्वर ने सुबह बेहतरीन स्पैल किया डीन एल्गर (चार) को अपनी आउटस्विंगर से परेशानी में डाला. आखिर में दिन के सातवें ओवर में भुवनेश्वर ने एक और आउटस्विंगर पर एल्गर को विकेट के पीछे कैच कराया लेकिन उनकी जगह उतरे अमला ने आफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को खेलने के लिये अपने कदमों का अच्छा इस्तेमाल किया. रबाडा ने पूरे आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की. उन्होंने अपनी पारी में छह चौके लगाये जिनमें मोहम्मद शमी पर लगाया गया बेहतरीन कवर ड्राइव भी शामिल है.
आखिर में इशांत शर्मा (33 रन देकर एक) ने रबाडा को आउट करके भारत को राहत दिलायी. अजिंक्य रहाणे ने गली में उनका खूबसूरत कैच लपका. लंच तक दक्षिण अफ्रीका अच्छी स्थिति में दिख रहा था लेकिन इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने एबी डिविलियर्स (पांच), कप्तान फाफ डु प्लेसिस (आठ) और क्विटंन डिकाक (आठ) के विकेट लेकर भारत को वापसी दिलायी.
भुवनेश्वर ने खूबसूरत इनस्विंगर पर डिविलियर्स का विकेट उखाड़ा. दक्षिण अफ्रीका 40वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचा लेकिन उसने जल्द ही डु प्लेसिस का विकेट गंवा दिया जिन्होंने बुमराह की इनस्विंगर पर हाथ ऊपर उठा दिये और गेंद विकेटों में समा गयी. बुमराह ने इसके बाद डिकाक को विकेट के पीछे कैच कराया. इस बीच दो बार 33 और 41 रन के निजी योग पर अमला ने पगबाधा की विश्वसनीय अपीलों पर डीआरएस के सहारे विकेट बचाये रखा. दूसरे अवसर पर तो अंपायर की उंगली भी उठ गयी थी लेकिन रिव्यू बल्लेबाज के पक्ष में गया. दोनों अवसरों पर गेंदबाज भुवनेश्वर थे.
अमला ने इसका फायदा उठाकर 98 गेंदों पर अपना 37वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया. उनकी पारी का अंत आखिर में बुमराह ने किया जिनकी गेंद पर स्क्वायर लेग पर खड़े हार्दिक पंड्या ने कैच लपका. उन्होंने 121 गेंदें खेली तथा सात चौके लगाये. फिलैंडर ने भारतीयों को निराश किया तथा 55 गेंद खेलकर पांच चौके जड़े.
शमी (46 रन देकर एक) की गेंद पर उन्होंने लांग लेग पर कैच दिया लेकिन एंडिल फेलुकवायो (नौ) और मोर्ने मोर्कल (नाबाद नौ) दक्षिण अफ्रीका को बढ़त दिलाने में कामयाब रहे. बुमराह ने फेलुकवायो और लुंगी एनगिडी को एक ओवर में पवेलियन भेजा.