नरेंद्र मोदी की पांच फरवरी को कोलकाता में हुई जन चेतना रैली में भाजपा के कुछ नेताओं ने वामपंथियों को भ्रष्ट कहा. लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि कौन कितना भ्रष्ट है, यह किसी के कह देने से साबित नहीं होता. अगर भाजपा के पास सबूत है तो तो वो जनता के सामने रखे. त्रिपुरा में माणिक सरकार 15 सालों से लगातार मुख्यमंत्री हैं, लेकिन आज तक उनके ऊपर किसी भी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है.
लेकिन भाजपा के 75 प्रतिशत नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, इसलिए भाजपा को पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए, ताकि जो कुछ लोग भाजपा को वोट देने वाले हैं वो भी कहीं हाथ से ना निकल जायें. 2014 का चुनाव अहम है जिसमें अगर किसी की सरकार बनने की संभावना है तो वह सिर्फ तीसरा मोरचा है, जो वाम दलों द्वारा संगठित किया गया है.
सौरभ कुमार, गोमो