झारखंड में शिक्षक नियुक्ति की यह कैसी विडंबना है कि 13 वर्षो में एक बार प्राथमिक शिक्षक, एक बार हाई स्कूल शिक्षक तथा एक बार प्लस टू स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति हुई. उत्क्रमित हाई स्कूल का निर्माण तो कर दिया गया, लेकिन उसमें एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई. उत्क्र मित शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पिछले ढाई वर्षो से लटकी पड़ी है. सितंबर ’12 में झारखंड कर्मचारी आयोग द्वारा ली गयी परीक्षा पर नियुक्ति भी हो गयी.
टेट उत्तीर्ण लोगों की नियुक्ति की विभिन्न बयानबाजी के बीच प्रक्रिया तो शुरू कर दी गयी, वह भी सिर्फ 1 से 5 तक के लिए, जिसमें सिर्फ शिक्षक प्रशिक्षित तथा पारा शिक्षकों को ही लाभ मिलेगा. अब बीएड प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया कब आरंभ होगी? अब आदर्श चुनाव संहिता लागू होने के बाद सरकार को अपनी अकर्मण्यता का नया बहाना मिल जायेगा.
आशीष विश्वकर्मा, जमशेदपुर