बीती 12 जुलाई को अखबारों में प्रकाशित एक समाचार पढ़ कर अचरज हुआ़ शीर्षक था- आतंकी की मौत, नवाज ने कहा उन्हें सदमा लगा़ यह खबर थी हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की प्रतिक्रिया की़ इसस लोगों को नवाज की नीयत का पता चलता है़
वैश्विक मंच पर अपने देश को आतंक से कोसों दूर बतानेवाले नवाज की हकीकत क्या है. जहां हमारा देश विकास की राह पर अग्रसर है, हम चांद पर बसने की तैयारी पर लगे हैं, हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अब भी आतंकवाद, कश्मीर पर ही आंसू बहा रहे हैं. किसी शिक्षक, डाॅक्टर की मृत्यु पर शायद ही इनका कोई संदेश आता हो. वहीं एक आतंकवादी इन्हें इतना अपना लगता है कि सदमा तक लग गया.
हरिशचंद्र महतो, चाईबासा