मैं आपके लोकप्रिय दैनिक के माध्यम से यह कहना चाहता हूं कि प्याज की कीमत पिछले तीन-चार महीने से काफी बढ़ी हुई है. अभी यह 50 रुपये किलो के आसपास बिक रहा है. आम और खास, सबके लिए इसे खरीद पाना मुश्किल हो रहा है. इसके बिना सब्जी का जायका बिगड़ चुका है.
यह सब्जियों की सूची से बाहर निकल कर सेब-संतरे के पाले में जा चुका है. धीरे-धीरे लोग प्याज का स्वाद भूलते जा रहे हैं. शुरू -शुरू में मीडिया में प्याज की कीमतों को लेकर काफी हाय-तौबा मचायी गयी थी, जिसके बाद इसकी कीमतें थोड़ी नियंत्रित हुई थीं, लेकिन धीरे-धीरे सब शांत हो गया और सरकार व विपक्ष के लोग प्याज को भूल कर पीएम-पीएम खेलने में मशगूल हो गये. अब तो देश की जनता प्याज के आगे हथियार डाल चुकी है. लेकिन लगता है इस बार भी प्याज ही ताज बदलनेवाला है.
जीतेंद्र तिवारी, रांची