प्रभात खबर के माध्यम से मैं झारखंड के मुख्यमंत्री साहब का ध्यान दिलाना चाहता हूं कि सालों बाद राज्य में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ हुई, पर इसमें बाहरी लोगों की अधिकाधिक नियुक्ति हुई है. हालांकि, इसमें बाहरी अभ्यर्थियों के पांच फीसदी ही सीटें रखी गयी थीं.
पूर्व की सरकार द्वारा बनायी गयी शिक्षक नियुक्ति नियमावली में इस प्रकार का कोई विशेष प्रावधान नहीं है. महाशय, प्रशिक्षण सत्र देर से समाप्त होने के कारण कई अभ्यर्थियों का परीक्षाफल भी देर से प्रकाशित किया गया. अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र और अंक पत्र समय पर जैक में जमा नहीं होने के कारण उनके टेट के रिजल्ट पर ही रोक लगा दी गयी व बाहरी लोगों को नियुक्त कर दिया गया. अत: आपसे निवेदन है कि राज्य के योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रक्रिया में एक और मौका दिया जाये.
विकास अंबष्ट, ई-मेल से