पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर में एक मां ने अपने दुष्कर्मी बेटे के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने का जो मिसाल पेश किया, वह अनुकरणीय है. इस मां ने न सिर्फ अपने बेटे को पुलिस के सामने सुपुर्द कर दिया, बल्कि उस पीड़ित बच्ची को अस्पताल पहुंचा कर इलाज भी कराया.
प्राय: आज हम देखते हैं कि हमारा बच्च कोई गुनाह करता है, तो हम उसे निदरेष बताने की कोशिश करते हैं. यह कहते हैं कि मेरे बेटे पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. हमें बदनाम करने की साजिश की जा रही है. यदि वह दोषी साबित हो जाता है, तो उसे छुड़ाने के लिए एड़ी-चोटी एक कर देते हैं. आज कई मंत्रियों, नेताओं और अफसरों के बेटे इसका उदाहरण हैं. ऐसा करके हम उसकी बुराई को बढ़ावा देते हैं. काश, हर मां-बाप अपने बच्चों की गलतियों पर पर्दा न डालते. उस दिलेर मां को सलाम.
दिलीप कुमार राम, हजारीबाग