हर इनसान अपने आप में खास होता है और इस खूबसूरत धरती पर कुछ खास गुणों के साथ जन्म लेता है. वक्त लगता है उन गुणों के जगजाहिर होने में. कोई अच्छा गाता है, कोई अच्छा लिखता है, कोई अच्छा बोलता है.
कोई किसी खास खेल में माहिर होता है, तो कोई अच्छा नेता होता है. लेकिन किसी भी कला या विशेष गुण को निखरने में वक्त लगता है या यूं कहें की किसी भी प्रतिभा को उसके शिखर तक ले जाने के लिए उसे वक्त देना पड़ता है. प्रतिभा की पहचान हो जाने पर, रोजाना उसे निखारने की कोशिश करनी पड़ती है. जैसे एक गायक रोज रियाज कर अपनी गायिकी को सुमधुर बनता है. आज चारों ओर जब प्रतिभाओं की कद्र की जा रही है और युवा पीढ़ी को अपने जौहर दिखाने का मौका मिल रहा है, तब ऐसे में खुद को भी एक मौका देना चाहिए अपनी प्रतिभा को सबके सामने लाने का.
आनंद कानू, सिलीगुड़ी