पिछले एक साल से इस देश की जनता को मोदी के नाम से भ्रमित किया जा रहा है. मीडिया और भाजपा ने नरेंद्र मोदी को कुछ इस तरह से प्रोजेक्ट किया है, जिससे देश कि जनता धोखे में फंस चुकी है. वह सही उम्मीदवार नहीं चुन पा रही. चुनाव के दौरान इस देश में यही चलता आ रहा है. हर पांच साल पर ये भाजपा और कांग्रेस अपना चेहरा बदल कर जनता के पास आ रहे हैं और जनता उनके जाल में फंस रही है. अब वक्त है देश को इन दोनों दलों से मुक्त कराने का. देश में सही परिवर्तन लाने का.
भाजपा कभी भी कांग्रेस का विकल्प नहीं हो सकती. शायद इसलिए फिर से देश में तीसरे मोर्चे कि कवायद शुरू हो गयी है ओर यह होना भी चाहिए. इस बार फिर से सीपीएम ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. वाम यह दावा कर रहा है कि इस बार तीसरे मोर्चे की ही सरकार बनेगी. अब यह तो 16 मई को साफ हो जायेगा कि अगली सरकार किसकी बनेगी.
सौरभ, गोमो