रांची : झारखंड विधानसभा में आज वस्तु एवं सेवा कर विधेयक यानी जीएसटी बिल पारित हो गया. विधेयक बिना चर्चा के सदन की कार्यवाही शुरू होने के 15 मिनट के अंदर पारित हो गया. बिल को सदन के पटल पर मंत्री सीपी सिंह ने रखा.
सदन में बिल पेश किये जाने के बाद विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने सवाल उठाया. विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने रघुवर सरकार को फोटोकॉपी मशीन की संज्ञा दी. उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट पर सदन क्यों मौन है. उन्होंने कहा कि यहां के आदिवासियों-मूलवासियों के पास पैसे नहीं हैं, उनके पास जायदाद-संपत्ति हैऔर उसकी सुरक्षा जरूरी है.
वहीं, सीपी सिंह ने कहा कि जीएसटी से लघु व्यापारियों को लाभ होगा. बाद में सीपी सिंह को बोलने नहीं दिया गया. संदन में सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया. इसी दौरान जीएसटी विधेयक पारित कर दिया गया.
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले हेमंत सोरेन ने झामुमो विधायकों के साथ बैठक की. बैठक में यह रणनीति तय की गयी कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन पर दिये गये बयान पर उनसे माफी मांगने की मांग की जायेगी. रघुवर दास ने पिछले दिनों संताल परगना के दौरे पर कहा था कि शिबू सोरेन को कब तक ढोओगे. इस बयान पर झामुमो ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी और भाजपा के आदिवासी नेताओं से सवाल पूछा था कि वे कब तक ‘‘बाहरी’ रघुवर दास को ढोयेंगे.
इस टकराव के बीच संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने विपक्ष से सदन का एक दिन का विशेष सत्र चलने देने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि बाकी बातें बाद में कर लेंगे. सरयू राय ने इस उद्देश्य से विपक्ष के नेता व झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से मुलाकात भी की थी.