नयी दिल्ली : इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से होने वाले छेड़छाड़ का दिल्ली विधानसभा में प्रदर्शन और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का समर्थन मिलने के बाद शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज निर्वाचन आयोग की ओर से आयोजित होने वाली सर्वदलीय बैठक में अपना दम दिखायेंगे. निर्वाचन आयोग की इस बैठक में पार्टी की तकनीकी टीम के सदस्य भी शामिल होंगे. सर्वदलीय बैठक में शामिल होने वाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सौरभ भारद्वाज ही करेंगे. इस बीच, खबर यह भी है कि आम आदमी पार्टी के ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव ने भी समर्थन किया है.
EVM mein beimaani ki sambhaavna bohot hai. Machine bandh ho aur pehle jaise thappa maar ke vote karte the vo ho: Mulayam Singh Yadav pic.twitter.com/Mp4rHXSbbJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 11, 2017
ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने का समर्थन करते हुए समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि ईवीएम में बेईमानी की संभावना बहुत है. उन्होंने कहा कि मशीन बंद हो और पहले जैसे ठप्पा मार के वोट करते थे, वो हो. सपा संरक्षक नेताजी के इस ठप्पामार समर्थन के बाद आम आदमी पार्टी के नेता आज निर्वाचन आयोग के सर्वदलीय बैठक में अपने दलबल के साथ प्रदर्शन करेंगे.
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गौरतलब है कि सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में ईवीएम जैसी मशीन का डेमो दिखाकर टैंपर करने का दावा किया था. इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग को चुनौती दी थी कि वे औपचारिक रूप से ईवीएम टैंपर करने के कार्यक्रम का आयोजन करे, जिसमें आम आदमी पार्टी आयोग की ईवीएम को हैक करके दिखायेगी.
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि आखिर वे चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक में मांग करेगी कि चुनाव आयोग अपनी देखरेख में एक संयुक्त समिति बनाये, जिसमें सभी दलों के लोग शामिल हों, चुनाव आयोग के विशेषज्ञ हों और तब हमारे तकनीकी विशेषज्ञ की टीम उस समिति को यह दिखा देगी और साबित कर देगी कि कैसे पिछले चुनाव में धांधली हुई थी.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम सपा, बसपा आदि पार्टी से पूछेंगे कि आप कोई पांच बूथ ऐसे बात दीजिये, जहां आपको लगता है कि आपके वोट ज्यादा आने चाहिए थे, लेकिन आये बहुत कम यानी जिन बूथ पर शक हो. फिर हम मांग करेंगे कि चुनाव आयोग की देखरेख में इन बूथों की ईवीएम हमको दी जाएं.
उन्होंने बताया कि वोटर जब वोट डालता है, तो एक रजिस्टर में वोटर का नाम और पहचान पत्र नंबर दर्ज होता है. हमारे पास वह महारथ है, जिससे हम मशीन के अंदर देखकर उसकी ROM को पढ़कर ये बता देंगे कि उसके अंदर किस सीक्वेंस में वोट पड़ा है और पहला वोट किसको, दूसरा किसको, तीसरा किसको पड़ा है.