नागपुर : लोकसभा चुनाव में यहां की प्रतिष्ठित नागपुर सीट पर कांग्रेस के वर्तमान सांसद विलास मुत्तेमवार के खिलाफ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला बड़ा रोचक हो गया है.
कांग्रेस ने सात बार सांसद रह चुके मुत्तेमवार को फिर से मैदान में उतारा है. उन्हें इस बार पूर्व भाजपा अध्यक्ष से कड़ी टक्कर मिली है जो पहली बार लोकसभा चुनाव में अपने गृहनगर से जीतने की जुगत में लगे हैं.
अपने कथित गढ़ नागपुर से कांग्रेस बस एक ही बार 1994 में हारी थी. उस साल भाजपा जीती थी. मुत्तेमवार पहली बार 1980 में चिमूर सीट से निर्वाचित हुए थे. उसके बाद वह 1985, 1991, 1998, 1999, 2994 और 2009 में लोकसभा पहुंचे.
विधान परिषद के वर्तमान सदस्य गडकरी 1995-99 के दौरान महाराष्ट्र की शिवसेना भाजपा सरकार में लोकनिर्माण मंत्री थे. बाद में विधान परिषद में विपक्ष के नेता बने एवं फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर पहुंचे.गडकरी को मुम्बई-पुणो एक्सप्रेस हाइवे के अलावा महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में कई फ्लाईओवरों के निर्माण का श्रेय जाता है.
रोचक बात यह है कि कार्यकर्ता से नेता बनीं अंजलि दमनिया भी इस सीट से आगामी आम चुनाव में पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रख रही हैं.