नयी दिल्ली: सीबीआई कोयला घोटाला मामले में जांच तथा 2012 में दर्ज मामलों में आरोपपत्र दाखिल करने के मामले में प्रगति के बारे में स्थिति रिपोर्ट कल उच्चतम न्यायालय में पेश करेगी.
जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार आरोपपत्र कल विशेष अदालत में दाखिल किया जा सकता है और उच्चतम न्यायालय को इस बारे में सूचित किया जा सकता है.उच्चतम न्यायालय ने 11 फरवरी को पिछली सुनवाई के दौरान सीबीआई से एजेंसी द्वारा अंतिम रुप दिये गये छह मामलों में आरोपपत्र दाखिल किये जाने के बारे में स्थिति रिपोर्ट देने को कहा था.
सीबीआई ने 16 एफआईआर दर्ज की हैं. जिन कंपनियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है, उसमें एएमआर आयरन एंड स्टील, जेएलडी यवतमाल एनर्जी, विनी आयरन एंड स्टील उद्योग, जेएएस इंफ्रास्ट्रक्चर कैपिटल प्राइवेट लि., ग्रास इंडस्टरीज, जिंदल स्टील एंड पावर, राठी स्टील एंड पावर लि. झारखंड इस्पात, ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, कमल स्पांज, पुष्प स्टील, हिंडाल्को, बीएलए इंडस्टरीज, कासट्रोन टेक्नोलाजीज तथा कास्ट्रोन माइनिंग एवं नवभारत पावर प्राइवेट लि. शामिल हैं. एजेंसी द्वारा 2006 तथा 2009, 1993 तथा 2004 के बीच कोयला खानों के आवंटन की शुरुआती जांच के बाद ये एफआईआर दर्ज किये गये थे.
सीबीआई शीर्ष अदालत को यह भी सूचित कर सकती है कि नौ राज्यों से जांच की अनुमति मांगी गयी है जो एजेंसी को अपने अधिकार क्षेत्र में जांच की अनुमति देने को अनिच्छुक हैं. सीबीआई को अंतिम रुप दिये गये सभी मामलों में मार्च के पहले सप्ताह तक आरोपपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया गया था लेकिन एजेंसी ने मार्च में अर्जी दायर कर आरोपपत्र दाखिल करने के लिये और समय देने का अनुरोध किया.