नयी दिल्ली: संसद ने आज 2014.15 की लेखानुदान मांगों और 2013.14 की अनुपूरक मांगों तथा इससे जुड़े विनियोग व वित्त विधेयकों को अपनी मंजूरी दे दी. राज्यसभा ने आज अंतरिम बजट को संक्षिप्त चर्चा के बाद लोकसभा को लौटा दिया. लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है.उच्च सदन में वित्त राज्य मंत्री नमो नारायण मीणा ने अंतरिम बजट पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि सरकार ने विभिन्न कठिनाइयों के बावजूद अर्थव्यवस्था को पटरी पर बनाये रखा है तथा राजस्व घाटा, चालू खाता घाटा कम करने जैसे विभिन्न मोचे’ पर कुछ हद तक कामयाबी भी हासिल की है.
मीणा ने कहा कि राजस्व घाटे को 4.6 प्रतिशत तक लाने में कामयाबी हासिल होगी जबकि इसके लिए 4.8 प्रतिशत का लक्ष्य रखा गया था. अगले साल तक राजस्व घाटा 4.1 प्रतिशत तक लाने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार चालू खाता घाटे पर काबू के लिए भी सरकार ध्यान दे रही है.मीणा ने कहा कि सरकार ने कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए भी प्रयास किया है. कृषि रिण की सीमा बढ़कर सात लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गयी है. उन्होंेने कहा कि पिछले साल खाद्यान्न उत्पादन 25 करोड़ 56 लाख टन रहा था जो इस साल बढ़कर 26.3 करोड़ टन पहुंचने की संभावना है. उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति चिंता का विषय है और इस पर काबू पाने के लिए सरकार तथा रिजर्व बैंक मिलकर प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनवरी में थोक बिक्री मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति लगभग पांच प्रतिशत तक रह गयी.