नयी दिल्ली : तेलंगाना राज्य के गठन को नवगठित राज्य के लोगों के लिये तोहफा बताते हुए गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि तेलंगाना और सीमांध्र दोनों को न्याय मिला है. शिन्दे ने तेलगांना के गठन संबन्धी विधेयक के राज्यसभा में पारित होने के बाद संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुङो लगता है कि यह तेलंगाना के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग थी जिन्हें आज यह बडा तोहफा मिला है.’’
उन्होंने कहा कि तेलंगाना जहां अस्तित्व में आया वहीं सीमांध्र को पैकेज मिला, पोलावरम परियोजना और अन्य परियोजनायें. ‘‘मुझे लगता है कि दोनों राज्यों को न्याय मिला है.’’ शिन्दे ने कहा कि जब विधेयक लोकसभा में पारित हो गया तब भाजपा और अन्य दलों ने इसका समर्थन किया. उन्होंने कहा कि लोकसभा में जब विधेयक पारित हो रहा था तब संप्रग की अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में मौजूद थीं.
गृह मंत्री ने कहा, उन्होंने (सोनिया ने) और पार्टी ने इच्छा जाहिर की थी कि तेलंगाना बने और सीमांध्र को भी न्याय और एक समुचित पैकेज मिले.’’ उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी हस्तक्षेप किया और एक पैकेज दिया गया ‘‘ताकि सीमांध्र के लोग यह नहीं महसूस करें कि हैदराबाद तेलंगाना को मिल गया.’’ शिन्दे ने कहा कि हालांकि कुछ लोग विधेयक के विरोध में थे क्योंकि उनकी पार्टियां छोटे राज्यों के गठन का समर्थन नहीं करतीं, लेकिन भाजपा, बसपा, लोजपा और अन्य दलों ने इसका समर्थन किया.
केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि साठ साल से चली आ रही तेलंगाना की मांग आखिर पूरी हो गयी. कांग्रेस और भाजपा के बीच तेलंगाना विधेयक को लेकर मैच फिक्सिंग के आरोपों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग समर्थन में मतदान करना चाहते थे, उन सबने समर्थन किया और जो नहीं चाहते थे उन्होंने नहीं किया.’’ नाथ ने कहा कि सरकार कल भ्रष्टाचार रोधी विधेयक पारित कराने का प्रयास करेगी. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भ्रष्टाचार रोकने के लिये लाये गये कई विधेयकों को पारित कराने पर बल दे रहे हैं.