गांधीनगर: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से आज भेंट के बाद भारत में अमेरिकी राजदूत नैन्सी पावेल ने विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के शंकर सिंह वाघेला से भी मुलाकात की. पावेल की मोदी से मुलाकात के साथ ही पिछले नौ साल से उनसे किसी तरह के संपर्क से परहेज करने के अमेरिकी रुख में बदलाव आया.
गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजरुन मोधवाडिया और गुजरात के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल भी वाघेला से मुलाकात के दौरान मौजूद थे. बैठक करीब 50 मिनट तक चली. बैठक के बाद वाघेला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह नियमित बैठक थी.हमने ताजा राजनीतिक स्थिति, न्यायिक व्यवस्था और राज्य में मानवाधिकार की स्थिति पर चर्चा की.
मोदी को वीजा दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बातचीत में यह मुद्दा नहीं आया. उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि अमेरिका मोदी को वीजा दे लेकिन उनकी अपनी विदेश नीति है जिसके आधार पर वे तय करते हैं कि दिया जाये या नहीं.’’ वाघेला ने कहा, ‘‘गुजरात के विकास पर चर्चा हुई. हमने राजदूत को गुजरात के कमजोर मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) के बारे में बताया। एचडीआई के मामले में गुजरात अन्य राज्यों से पिछडा हुआ है.’’ मानवाधिकार के मामले में वाघेला ने बताया कि फर्जी मुठभेड के आरोप में अनेक पुलिस अधिकारी विभिन्न जेलों में बंद हैं.
उन्होंने अमेरिकी राजदूत से कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य में वर्ष 2002 से केवल एक व्यक्ति का शासन है और अन्य लोगों को कुछ बोलने का अधिकार नहीं है. वाघेला ने कहा कि उन्होंने पावेल को बताया कि कांग्रेस ने अपने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं घोषित किया है क्योंकि चुनावों के बाद निर्वाचित सांसद अपना नेता चुनते हैं.