*सदन में सांप छोड़े जाने की थी खबर
*लोकसभा में मारपीट : नेताओं ने कहा पूरे विश्व में हमारी साख गिरी
*मैंने चाकू नहीं, माइक का टुकड़ा पकड़ा था : वेणुगोपाल
और बिना स्पीकर के आदेश के स्थगित हो गया सदन
गरमाया तेलंगाना मुद्दा,कांग्रेस के तीन विधायकों ने छोड़ी पार्टी
मीरा ने कहा शर्मनाक है लोकसभा में हुई घटना
नयी दिल्ली: आज लोकसभा में तेलंगाना बिल पेश करने के दौरान एक सांसद ने कुछ स्प्रे कर दिया, जिसके कारण कई सांसदों की तबीयत खराब हो गयी. जैसे ही स्पीकर मीरा कुमार ने यह घोषणा की कि तेलंगाना बिल पेश किया जाये, एक सांसद ने कुछ स्प्रे कर दिया, जिससे स्पीकर सहित कई सांसद खांसने लगे. कई लोगों की तबीयत खराब हो गयी है. आपात स्थिति में तीन एंबुलेंस बुलाये गये हैं और बीमार सांसदों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. तेलंगाना बिल के विरोधियों ने गृहमंत्री से बिल छीनने की भी कोशिश की. सांसदों में हाथापाई की स्थिति उत्पन्न हो गयी. मीरा कुमार की तबीयत इतनी खराब हो गयी कि वह कार्यवाही स्थगित बिना चली गयीं.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के निष्कासित सांसद राजगोपाल ने लोकसभा में कालीमिर्च का स्प्रे किया. वे विजयवाडा से सांसद हैं और उन्हें तेलंगाना मुद्दे को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने के कारण पार्टी ने निष्कासित कर दिया है. खबर है कि संसदीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि लोकसभा में सांसदों के बीच हाथापाई हुई. तीन माइक को तोड दिया गया.
तेलंगाना सहित विभिन्न मुद्दों पर अलग अलग दलों के हंगामे के कारण राज्यसभा और लोकसभा की बैठक 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. विभिन्न दलों के सदस्यों के भारी शोरशराबे के कारण कार्यवाही शुरु होने के कुछ ही देर बाद संसद के दोनों सदनों को स्थगित करना पड़ा.
तेलंगाना विधेयक आज हो सकता है संसद में पेश
सरकार द्वारा गुरुवार को लोकसभा में तेलंगाना विधेयक पेश किए जाने की संभावना है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक पेश किए जाने के बारे में आखिरी फैसला सुबह किया जाएगा.
शुरु में राज्यसभा में पेश करने की योजना के बाद सरकार ने निचले सदन में विधेयक पेश करने के लिए राष्ट्रपति की मंजूरी ले ली है. चूंकि अलग राज्य के गठन का विधेयक एक धन विधेयक है इसलिए इसे उच्च सदन में पेश नहीं किया जा सकता.
सरकार ने तेलंगाना विधेयक को राज्य विधानसभा द्वारा खारिज किए जाने की परवाह नहीं करते हुए इस विधेयक पर आगे बढ़ने का फैसला किया है.तेलंगाना मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों का कामकाज बाधित हुआ है. विस्तृत शीतकालीन सत्र पांच फरवरी से शुरु हुआ था. यहां तक कि बुधवार को सीमांध्र के सांसदों के हंगामे के चलते रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने रेल बजट कम समय में ही समाप्त कर दिया.