नयी दिल्ली: केंद्र सरकार ने आज कहा कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन अपनी सैन्य जरुरतों को पूरा करने के लिए अन्य उग्रवादी समूहों के साथ संबंध विकसित करने के उद्देश्य से पूर्वोत्तर में संगठनात्मक आधार स्थापित करने का प्रयास कर रहा है तथा असम.अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर माओवादी गतिविधियां बढ़ गयी हैं.
गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह ने टी एम सेल्वागणपति के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भाकपा माओवादी संगठन ने मणिपुर के उग्रवादी समूहों के रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ नजदीकी संबंध स्थापित किए हैं. उन्होंने बताया कि दोनों संगठन प्रशिक्षण, वित्तपोषण, हथियारों एवं गोलाबारुद की आपूर्ति के क्षेत्र में परस्पर सहयोग पर सहमत हुए हैं.गृह राज्य मंत्री सिंह ने बताया कि भाकपा माओवादी की अपर असम लीडिंग समिति इस समय असम और अरुणाचल प्रदेश में कार्य कर रही है तथा हथियारों को लूटने एवं स्थानीय ग्रामीणों से जबरन धन वसूली की घटनाओं में लिप्त रही है. अपर असम लीडिंग समिति संगठन के कैडरों की भर्ती एवं प्रशिक्षण में भी लिप्त रही है. इन कैडरों का उपयोग असम में बड़े बांधों के खिलाफ व्यापक प्रचार करने में किया गया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ इस परिप्रेक्ष्य में, असम.अरुणाचल प्रदेश की सीमा माओवादी गतिविधियों के दूसरे केंद्र के रुप में उभरी है. यह संगठन गोला बारुद प्राप्त करने के लिए पूर्वोत्तर नगालैंड में भी अलग चैनल स्थापित कर रहा है. सिंह ने कहा कि केंद्र ने इस संबंध में पूर्वोत्तर की संबंधित राज्य सरकारों को सचेत कर दिया है. सरकार भी स्थिति की गहन रुप से मानिटरिंग कर रही है. प्रमुख कैडरों की गिरफ्तारी के बाद हाल में पूर्वोत्तर में भाकपा माओवादी की गतिविधियों में काफी कमी आयी है