नयी दिल्ली,: डॉक्टरों का कहना है कि भारत में पुरुषों की सेहत पर कम ध्यान दिया जाता है जबकि वे कैंसर और दिल से जुड़े रोगों तथा जीवनशैली से संबंधित बीमारियों के मामले में महिलाओं की तुलना में दो से चार गुना तक जोखिम में होते हैं.
विशेषज्ञों की राय है कि अधिकतर राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में खासतौर पर संक्रामक रोगों पर और बच्चों तथा महिलाओं पर ध्यान दिया जाता है. आरएमएल अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ राजीव सूद ने कहा, ‘‘भारत में पुरषों की औसत आयु महिलाओं की तुलना में पांच साल कम है.’’ उन्होंने कहा कि कैंसर, पथरी के साथ-साथ दिल और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले 2 से 4 गुना तक अपना शिकार बनाती हैं.
इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए यूरोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया कल से यहां 47वें वार्षिक अधिवेशन का आयोजन कर रही है.