नयी दिल्ली:थलसेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने आज कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के हटने पर घाटी में आतंकवादियों के घुसपैठ करने की आशंका सहित क्षेत्र की मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू कश्मीर में अफस्पा में कोई ढील नहीं दी जानी चाहिए.
उन्होंने यहां कहा, ‘‘अशांत क्षेत्र (अधिनियम) से छेड़छाड़ करने या इसमें ढिलाई देने पर गौर करने से पहले हमें वर्ष 2014 में अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर ध्यान देना चाहिए. यह जम्मू कश्मीर में सैन्य बल विशेषाधिकार अधिनियम से संबंधित है.’’ जनरल सिंह ने कहा कि अफस्पा पर कोई फैसला करने से पहले ‘‘फिलहाल देखो और इंतजार करो’’ की नीति अपनाना बुद्धिमानी होगी.
सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘सेना के नजरिये के अनुसार, घाटी की मौजूदा स्थिति (देखते हुए), मुझे लगता है कि हमें यह देखने के लिए कुछ इंतजार करना चाहिए कि स्थिति ऐसी ही रहती है, खराब होती है या सुधरती है. उसके आधार पर हमें कोई कदम उठना चाहिए.’’ उन्होंने चिंता के स्वर में कहा कि अफगानिस्तान से जम्मू कश्मीर में कुछ (आतंकवादियों के) घुसपैठ करने की आशंका है.
थलसेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने आज पाकिस्तान को आगाह किया कि अगर पड़ोसी देश किसी नियम का उल्लंघन करता है तो भारत भी समान लहजे में जवाब देगा. इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि हाल ही में सेना की कार्रवाई में 10 पाकिस्तानी जवानों की जान गयी थी. उन्होंने इस धारणा से इंकार किया कि पिछले साल पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारतीय जवानों का सिर काटे जाने को लेकर भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई नहीं की.
उन्होंने सालाना सेना दिवस संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कार्रवाई की गयी है.. अगर मैं 23 दिसंबर की जियो टीवी की रिपोर्ट की ओर ध्यान दिलाउं जिसमें कहा गया था कि उनके एक अधिकारी और नौ जवानों को मारा गया जबकि 12.13 जख्मी हो गए. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि आपके सैनिकों ने जमीन पर गोलीबारी की. उन्होंने अपना काम किया है.’’
जनरल सिंह ने कहा कि जब भी नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन होता है तो वस्तुत: ‘‘स्थानीय स्तर पर लघु युद्ध’’ की स्थिति होती है. उन्होंने जोर देकर कहा कि सैनिक बेहतरीन काम कर रहे हैं. स्थानीय इकाइयां बढ़िया काम कर रही हैं. सैनिकों ने अच्छे ढंग से प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उन्होंने जरुरत के अनुसार प्रतिक्रिया व्यक्त की है.