भोपाल: अभी दो माह पहले मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बावजूद लगता है, कि इस प्रदेश में खेमेबाजी के लिए बदनाम कांग्रेस कोई सबक लेने को तैयार नहीं है और चौदहवीं विधानसभा में विपक्ष का नेता चुनने के लिए एक बार फिर उसके दिग्गज नेताओं के बीच तीखी खींचतान देखने को मिली है.
प्रदेश में कांग्रेस का अल्पसंख्यक चेहरा, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हॉकी के पूर्व ओलम्पियन असलम शेर खान ने कहा, ‘‘एक समय था, जब कांग्रेस ‘आम आदमी’ की पार्टी कहलाती थी, लेकिन पिछले कुछ दशकों से वह उससे दूर होती गई और अब वह सामंतों की जेब में चली गई है. ये लोग अब पार्टी के सभी महत्वपूर्ण पद हड़पना चाहते हैं’’.