नयी दिल्ली : इंटरनेट कंपनी गूगल ने लोकसभा चुनावों के पहले मतदाताओं को सहूलियतें मुहैया कराने का प्रस्ताव करते हुए चुनाव आयोग के समक्ष औपचारिक रुप से प्रस्तुति दी. कई पक्षों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इस कदम की आलोचना की है. चुनाव आयोग ने कहा है कि उसने चुनावों के पहले मतदाताओं को सुविधाएं प्रदान को लेकर अमेरिका स्थित इंटरनेट कंपनी के साथ अब तक किसी समझौते पर हस्ताक्षर ‘‘नहीं’’ किया है.
चुनाव आयोग के समक्ष अपने प्रस्तुतीकरण में गूगल ने 2014 के आम चुनावों में भारतीय मतदाताओं को निशुल्क सर्च इंजन मुहैया कराने सहित कई अन्य प्रस्ताव किए हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत, चुनाव आयुक्तों एच एस ब्रह्मा और एस एन ए जैदी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष यह प्रस्तुति दी गयी. कांग्रेस और भाजपा के अलावा कुछ साइबरस्पेस विशेषज्ञों ने भी चुनाव आयोग और गूगल के संभावित गठबंधन को लेकर चिंता जतायी है.