नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) के साथ जुड़ने की तैयारी कर रहे कमाल फारुकी के प्रमुख मुस्लिम संगठनों के साथ नजदीकी रिश्ते का फायदा पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में मिल सकता है और शायद यही वजह है कि आप के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे साथ आने की पेशकश की है.
आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कल मुलाकात करने वाले फारुकी ने आज कहा, आप के शीर्ष नेतृत्व के लोग मुझसे मिले थे और इसी के बाद कल मेरी केजरीवाल से मुलाकात हुई। मैं इस पार्टी के विचारों से प्रभावित हूं। उन्होंने यह नहीं बताया कि वह कब आप की सदस्यता लेंगे, हालांकि उनके करीबियों का कहना है कि आप के शीर्ष नेतृत्व की ओर से अगले एक या दो दिन में इसका ऐलान हो सकता है.
इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी यासीन भटकल को लेकर विवादास्पद बयान देने और लोकपाल पर समाजवादी पार्टी के रुख का विरोध करने के बाद उन्हें सपा से अलग कर दिया गया था.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली आप को फारुकी को साथ जोड़ने से कई मुस्लिम संगठनों की मदद मिल सकती है. महमूद मदनी की जमीयत उलेमा-ए-हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत तथा कुछ दूसरे मुस्लिम संगठनों से फारुकी की बेहद नजदीकी है.
इस बारे में फारुकी कहते हैं, मुस्लिम समाज और संगठन उन दलों से बहुत निराश हैं जो अपने आप को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं. ऐसे में आप मुस्लिम तथा समाज के सभी तबकों के लिए एक नयी उम्मीद बनकर आयी है.