ठाणे: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज शिवाजी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे महान मराठा योद्धा थे जिन्होंने बिना शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त किये ही जीवन में सफलता प्राप्त की. प्रणब ने कहा कि उनके प्रति लोगों की आस्था और महत्व ने शिवाजी को मध्यकालीन भारत का सबसे लोकप्रिय शासक बनाया. राष्ट्रपति ने […]
ठाणे: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज शिवाजी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे महान मराठा योद्धा थे जिन्होंने बिना शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त किये ही जीवन में सफलता प्राप्त की.
प्रणब ने कहा कि उनके प्रति लोगों की आस्था और महत्व ने शिवाजी को मध्यकालीन भारत का सबसे लोकप्रिय शासक बनाया. राष्ट्रपति ने काल्वा में 17वीं शताब्दी के योद्धा की आदम कद प्रतिमा का अनावरण करते हुए यह बात कही.इस प्रतिमा की स्थापना राकांपा नेता एवं स्थानीय विधायक जितेन्द्र अहवाद के प्रयासों से की गई है.उन्होंने कहा, ‘‘ विगत में शिवाजी की शिक्षा और उनके द्वारा तैयार की गई व्यवस्था को नजरंदाज किया गया था. इसके कारण हमारा देश ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों में चला गया और बाद में ब्रिटिश शासन के अधीन हो गया. ’’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ अगर हमने उनकी बातों पर ध्यान दिया होता और उनकी शिक्षा का अनुसरण किया होता, तब हमें कष्ट नहीं ङोलना पड़ता.’’